प्राचीन काल से ही कला, साहित्य इत्यादि क्षेत्रों के विद्वानों का उल्लेख हम इतिहास में सुनते आये हैं | समयकाल व्यतीत होने के साथ साथ अन्य क्षेत्रों में भी मनुष्य ने अपनी कल्पना और जिज्ञासा को वास्तविकता में परिवर्तित किया | आधुनिक युग में विकास का आधार मुख्यतः विज्ञान को ही माना गया है , तो हमें भी इसका ध्यान रखते हुए उन वैज्ञानिकों का स्मरण करते रहना चाहिए जिन्होंने इतनी महत्वपूर्ण खोजें की |
वैज्ञानिकों के अंदर दुनिया को बदलने की ताकत होती है। इनके आविष्कार दुनिया को एक नया आयाम देते हैं। उनके महान योगदान को मानवजाती कभी भी भूल नहीं सकती। इन वैज्ञानिकों ने कई सालों की कड़ी मेहनत की है जो अपने आप में अविश्वसनीय लगता है। यहां ऐसे ही महान और लोकप्रिय गैर-भारतीय वैज्ञानिकों की सूची दी गई है। आधुनिक दुनिया में वैज्ञानिक विचारों के विकास में इन विभूतियों का महान योगदान है। उन्होंने वैश्विक वैज्ञानिक विचार में अद्वितीय योगदान दिया है। उनकी रचनात्मकता और काबिलियत ने हमारे जीने के तरीके को एक नया आकार दिया है। उनका काम अभी भी विश्वविद्यालयों और अनुसंधान प्रयोगशालाओं द्वारा प्रयोग में लाया जाता है। इन वैज्ञानिकों के अद्भुत काम आज भी परमाणु विज्ञान, जैव प्रौद्योगिकी, जैविक विज्ञान, डिजिटल मीडिया, ऊर्जा, क्लाउड कंप्यूटिंग और यहां तक कि आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस जैसे क्षेत्रों में काम आते है। इन महान वैज्ञानिकों को हमारा बारम्बार प्रणाम है। आइये आज की इस सूची में हम दुनियाभर के उन महान वैज्ञानिकों पर नज़र डालते हैं जिनकी खोजों ने मानवता और विज्ञान को नए शिखरों तक पहुँचाया –
नोट: भारतीय वैज्ञानिकों को इस सूची में नहीं जोड़ा गया है| भारतीय वैज्ञानिकों की अलग सूची बनायी गयी है | देखने के लिए क्लिक करें : आधुनिक भारतीय वैज्ञानिक | प्राचीन भारतीय वैज्ञानिक

थॉमस एल्वा एडिसन (11 फ़रवरी 1847 - 18 अक्टूबर 1931) हान अमरीकी आविष्कारक एवं वीध्वांत व्यक्ति थे। फोनोग्राफ एवं विद्युत बल्ब सहित अनेकों युक्तियाँ विकसित कीं जिनसे संसार भर में लोगों के जीवन में भारी बदलाव आये। "मेन्लो पार्क के ... अधिक पढ़ें

अल्बर्ट आइंस्टीन (जर्मन : Albert Einstein; 14 मार्च 1879 - 18 अप्रैल 1955) एक विश्वप्रसिद्ध सैद्धांतिक भौतिकविद् थे जो सापेक्षता के सिद्धांत और द्रव्यमान-ऊर्जा समीकरण E = mc2 के लिए जाने जाते हैं। उन्हें सैद्धांतिक भौतिकी, खास... अधिक पढ़ें

अलेक्जेंडर ग्राहम बेल (Alexander Graham Bell) (3 मार्च 1847 – 2 अगस्त 1922) को पूरी दुनिया आमतौर पर टेलीफोन के आविष्कारक के रूप में ही ज्यादा जानती है। बहुत कम लोग ही यह जानते हैं कि ग्राहम बेल ने न केवल टेलीफोन, बल्कि कम्... अधिक पढ़ें

स्टीफन विलियम हॉकिंग (8 जनवरी 1942– 14 मार्च 2018)), एक विश्व प्रसिद्ध ब्रितानी भौतिक विज्ञानी, ब्रह्माण्ड विज्ञानी, लेखक और कैम्ब्रिज विश्वविद्यालय में सैद्धांतिक ब्रह्मांड विज्ञान केन्द्र (Centre for Theoretical Cosmology) के ... अधिक पढ़ें

निकोला टेस्ला (10 जुलाई 1856 - 7 जनवरी 1943) एक सर्बियाई अमेरिकी आविष्कारक, भौतिक विज्ञानी, यांत्रिक अभियन्ता, विद्युत अभियन्ता और भविष्यवादी थे। टेस्ला की प्रसिद्धि उनके आधुनिक प्रत्यावर्ती धारा (एसी) विद्युत आपूर्ति प्रणाली के क... अधिक पढ़ें
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सर आइज़ैक न्यूटन इंग्लैंड के एक वैज्ञानिक थे। जिन्होंने गुरुत्वाकर्षण का नियम और गति के सिद्धांत की खोज की। वे एक महान गणितज्ञ, भौतिक वैज्ञानिक, ज्योतिष एवं दार्शनिक थे। इनका शोध प्रपत्र "प्राकृतिक दर्शन के गणितीय सिद्धांतों "" सन्... अधिक पढ़ें

हंफ्री डेवी एक ब्रिटिश रासायनज्ञ थे उन्होंने कोयला की खानों में जलाने के सुरक्षा दीप का आविष्कार किया। इसके अलावा इन्होंने इलेक्ट्रोलिसिस, सोडियम, पोटैशियम, कैल्शियम, मैग्नीशियम, बेरियम, बोरोन के भी आविष्कार या खोजें कीं।

19वी शताब्दी के जिन महान वैज्ञानिकों ने निष्काम भाव से मानवता की सेवा में अपना जीवन समर्पित कर दिया ,उनमे से एक थे लुई पाश्चर (Louis Pasteur)। लुई पाश्चर (Louis Pasteur) ने अपनी महान वैज्ञानिकों खोजो के द्वारा बीमारी के दौरान घा... अधिक पढ़ें

गैलीलियो गैलिली (15 फरवरी, 1565 - 8 जनवरी, 1642) इटली के वैज्ञानिक थे। वे एक महान आविष्कारक थे तथा दूरदर्शी के विकास में उनका अतुलनीय सहयोग था। इस महान विचारक का जन्म आधुनिक इटली के पीसा नामक शहर में एक संगीतज्ञ परिवार में हुआ थ... अधिक पढ़ें

सेराक्यूस के आर्किमिडीज़ ( 287 ई.पू. - 212 ई.पू.), एक यूनानी गणितज्ञ, भौतिक विज्ञानी, अभियंता, आविष्कारक और खगोल विज्ञानी थे। हालांकि उनके जीवन के कुछ ही विवरण ज्ञात हैं, उन्हें शास्त्रीय पुरातनता का एक अग्रणी वैज्ञानिक माना जाता है। ... अधिक पढ़ें

पोलैंड में जन्में निकोलस कोपरनिकस (Nicolaus Copernicus, 19 फ़रवरी 1473 – 24 मई 1543) पोलिश खगोलशास्त्री व गणितज्ञ थे। उन्होंने यह क्रांतिकारी सूत्र दिया था कि पृथ्वी अंतरिक्ष के केन्द्र में नहीं है। निकोलस पहले युरोपिय खगोलशास्त्री ... अधिक पढ़ें
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मैरी स्क्लाडोवका क्यूरी, पोलिश : Maria Salomea Skłodowska-Curie (लघु नाम: मैरी क्यूरी) (7 नवम्बर 1867 - 4 जुलाई 1934) विख्यात भौतिकविद और रसायनशास्त्री थी। मेरी ने रेडियम की खोज की थी। विज्ञान की दो शाखाओं (भौतिकी एवं रसायन विज्ञान) म... अधिक पढ़ें

जोसेफ़ जॉन थॉमसन अंग्रेज़ भौतिक विज्ञानी थे। वो रॉयल सोसायटी ऑफ़ लंदन के निर्वाचित सदस्य थे। एक विख्यात वैज्ञानिक थे। उन्हौंने इलेक्ट्रॉन की खोज की थी। थॉमसन गैसों में बिजली के चालन पर अपने काम के लिए भौतिकी में 1906 नोबेल पुरस्क... अधिक पढ़ें

लिओनार्दो दा विंची (Leonardo da Vinci, 1452-1519) इटलीवासी, महान चित्रकार, मूर्तिकार, वास्तुशिल्पी, संगीतज्ञ, कुशल यांत्रिक , इंजीनियर तथा वैज्ञानिक था। लिओनार्दो दा विंची का जन्म इटली के फ्लोरेंस प्रदेश के विंचि नामक ग्राम ... अधिक पढ़ें

पेन्सिलिन के आविष्कारक अलेक्जेंडर फ्लेमिंग, स्कॉटलैण्ड के जीववैज्ञानिक एवं औषधिनिर्माता थे। उनकी प्रसिद्धि पेनिसिलिन के आविष्कारक के रूप में है | उन्होने जीवाणुविज्ञान (बैक्टिरिओलॉजी), रोग-प्रतिरक्षा-विज्ञान (Immunology) एवं... अधिक पढ़ें

लोरेंजो रोमानो एमेडियो कार्लो एवोगैड्रो (9 अगस्त 1776 - 9 जुलाई 1856) एक इटली के वैज्ञानिक थे, जिन्हें आणविक सिद्धांत में उनके योगदान के लिए सबसे ज्यादा जाना जाता है, जिसे अब अवोगाद्रो के नियम के रूप में जाना जाता है, जिसमें कहा गया है कि समान परिस्थितियों में गैसों के बराबर मात्रा। तापमान और दबाव में समान संख्या में अणु होंगे। इन्होंने 1811 ई. में अणु की खोज की।

रॉबर्ट हुक (18 जुलाई 1635 – 3 मार्च 1703) एक अंग्रेज़ी प्राकृतिक दार्शनिक थे। इन्होंने वैज्ञानिक क्रांति में अपने प्रायोगिक एवं सैद्धांतिक कार्यों के योगदान द्वारा एक महत्वपूर्ण भूमिका निभायी।

कार्ल सेगन प्रसिद्ध यहूदी खगोलशास्त्री और खगोल रसायनशास्त्री थे जिन्होंने खगोल शास्त्र, खगोल भौतिकी और खगोल रसायनशास्त्र को लोकप्रिय बनाया। इन्होंने पृथ्वी से इतर ब्रह्माण्ड में जीवन की खोज करने के लिए सेटी नामक संस्था की स्थापना भी की।

जॉन डाल्टन एक अंग्रेज़ वैज्ञानिक थे। इन्होंने पदार्थ की रचना सम्बन्धी सिद्धान्त का प्रतिपादन किया जो 'डाल्टन के परमाणु सिद्धान्त' के नाम से प्रचलित है। डाल्टन ने द्रव्यों की प्रकृति के बारे में एक आधारभूत सिद्धांत प्रस्तुत किया। डाल्टन... अधिक पढ़ें

ग्रेगर जॉन मेंडल (22 जुलाई, 1822 – 6 जनवरी, 1884) एक जर्मन भाषी ऑस्ट्रियाई औगस्टेनियन पादरी एवं वैज्ञानिक थे। उन्हें आनुवांशिकी का जनक कहा जाता है। उन्होंने मटर के दानों पर प्रयोग कर आनुवांशिकी के नियम निर्धारित किए थे। उनके कार्यों की महत्ता बीसवीं शताब्दी तक नहीं पहचानी गई बाद में उन नियमों की पुनर्खोज ने उनका महत्व बताया।

ऍडविन पावल हबल एक अमेरिकी खगोलशास्त्री थे जिन्होनें हमारी गैलेक्सी के अलावा अन्य गैलेक्सियाँ खोज कर हमेशा के लिए मानवजाती की ब्रह्माण्ड के बारे में अवधारणा बदल डाली। उन्होंने यह भी खोज निकाला के कोई गैलेक्सी पृथ्वी से जितनी दूर ... अधिक पढ़ें

जेम्स क्लार्क मैक्सवेल स्कॉटलैण्ड (यूके) के एक विख्यात गणितज्ञ एवं भौतिक वैज्ञानिक थे। इन्होंने 1865 ई. में विद्युत चुम्बकीय सिद्धान्त का प्रतिपादन किया जिससे रेडियो और टेलीविजन का आविष्कार सम्भव हो सका। क्लासिकल विद्युत... अधिक पढ़ें
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बेंजामिन फ्रैंकलिन (17 जनवरी 1706 – 17 अप्रैल 1790) संयुक्त राज्य अमेरिका के संस्थापक जनकों में से एक थे। एक प्रसिद्ध बहुश्रुत, फ्रैंकलिन एक प्रमुख लेखक और मुद्रक, व्यंग्यकार, राजनीतिक विचारक, राजनीतिज्ञ, वैज्ञानिक, आविष्कारक,... अधिक पढ़ें

विलियम हार्वे(1 अप्रैल 1578 - 3 जून 1657) एक अंग्रेजी चिकित्सक थे, जिन्होंने शरीर रचना और शरीर विज्ञान में प्रभावशाली योगदान दिया।वह पूरी तरह से वर्णन करने वाले पहले ज्ञात चिकित्सक थे।

1964 में इन्हें भौतिक विज्ञान में नोबेल पुरस्कार प्रदान किया गया। चार्ल्स हार्ड टाउन्स (28 जुलाई, 1915 - 27 जनवरी, 2015) एक अमेरिकी भौतिक विज्ञानी थे। टाउजेस ने मेसर के सिद्धांत और अनुप्रयोग पर काम किया, जिसके लिए उन्होंने मूलभूत पेटेंट प्राप्त किया, और मेसर और लेजर उपकरणों से जुड़े क्वांटम इलेक्ट्रॉनिक्स में अन्य काम किए।

रिचर्ड फिलिप्स फाइनमेन बीसवी शताब्दी के अन्तिम भाग के सबसे चर्चित वैज्ञानिक थे। वे 1966 मे नोबेल पुरस्कार से सम्मानित हुए। फाइनमेन ने 1961-63 मे कैल-टेक मे स्नातक के विद्यार्थियों को भौतिक शास्त्र पढ़ाया। इन तीन साल ने भौतिक शा... अधिक पढ़ें

नील्स हेनरिक डेविड बोर (1885-1962) डेनमार्क के भौतिकविज्ञानी थे जिन्होने क्वांटम विचारों के आधार पर हाइड्रोजन परमाणु के स्पेक्ट्र्म की व्याख्या की। नाभिक के द्र्व - बूँद मॉडल के आधार पर उन्होने नाभिकीय विखंडन का एक सिद्धांत प्रस्तुत किया। बोर ने क्वांटम - यांत्रिकी की संकल्पनात्मक समस्याओं को विशेषकर संपूरकता के सिद्धांत की प्रस्तुति द्वारा स्पष्ट करने में योगदान किया।

जॉन बर्दीन(23 मई 1908 - 30 जनवरी 1991) एक अमेरिकी भौतिक वैज्ञानिक थे जिन्हें विलियम शोक्ली और वॉल्टर ब्रैट्टैन के साथ 1947 में ट्रांज़िस्टर इजाद करने के लिये 1956 में भौतिकी का नोबेल पुरस्कार मिला। उन्हें 1972 में अतिचालकता का बी॰सी॰एस॰ सिद्धांत बनाने के लिये फिरसे इस पुरस्कार से नवाज़ा गया।

जोहान्स केप्लर (1571-1630 ईo) महान जर्मन ज्योतिषी थे। इन्होंने गुरुत्वाकर्षण का उल्लेख अपने प्रथम प्रबंध में किया और यह भी बताया कि पृथ्वी पर समुदों में ज्वारभाटा चंद्रमा के आकर्षण के कारण आता है। इस महान गणितज्ञ एवं ज्योतिषी का 59 वर्ष की आयु में प्राग में 1630 ईo में देहावसान हो गया।

जॉर्ज वॉशिंगटन कार्वर एक अमेरिकी कृषि वैज्ञानिक और आविष्कारक थे जिन्होंने मिट्टी की कमी को रोकने के लिए कपास और वैकल्पिक फसलों को बढ़ावा दिया। वह 20 वीं शताब्दी की शुरुआत में सबसे प्रमुख अश्वेत वैज्ञानिक थे। जबकि टस्केग... अधिक पढ़ें

माइकेल फैराडे, भौतिक विज्ञानी एवं रसायनज्ञ थे। उन्होने विद्युत-धारा के चुम्बकीय प्रभाव का आविष्कार किया। उसने विद्युतचुम्बकीय प्रेरण का अध्ययन करके उसको नियमवद्ध किया। इससे डायनेमों तथा विद्युत मोटर का निर्माण हुआ। बाद में म... अधिक पढ़ें

एडवर्ड ओसबोर्न विल्सन, आमतौर पर ई। ओ। विल्सन के रूप में उद्धृत, एक अमेरिकी जीवविज्ञानी, प्रकृतिवादी और लेखक हैं। उनकी जैविक विशेषता myrmecology है, चींटियों का अध्ययन, जिस पर उन्हें दुनिया का अग्रणी विशेषज्ञ कहा गया है।

कार्ल लीनियस या कार्ल वॉन लिने (23 मई 1707 - 10 जनवरी 1778) एक स्वीडिश वनस्पतिशास्त्री, चिकित्सक और जीव विज्ञानी थे, जिन्होने द्विपद नामकरण की आधुनिक अवधारणा की नींव रखी थी। इन्हें आधुनिक वर्गिकी (वर्गीकरण) के पिता के रूप में जाना जाता है साथ ही यह आधुनिक पारिस्थितिकी के प्रणेताओं मे से भी एक हैं।
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डेमीत्रि इवानोविच मेडेलीफ़ ( 8 फ़रवरी 1834 – 2 फ़रवरी 1907), एक रूसी रसानज्ञ और आविष्कारक थे। उन्होंने तत्वों के आवर्त वर्गीकरण का प्रतिपादन किया। इस सारणी का प्रयोग कर उन्होंने उन तत्वों के गुणों का भी पता लगाया जिसकी उसने समय तक खोज नहीं हो सकी थी।

अबू अली सीना फारस के विद्वान, दार्शनिक एवं चिकित्सक थे। उन्होने विविध विषयों पर लगभग 450 पुस्तकें लिखी जिसमें से 240 अब भी प्राप्य हैं। इसमें से 15 पुस्तकें चिकित्सा विज्ञान से संबंधित हैं। उनकी विश्वविख्यात किताब का नाम क़ानून है। यह... अधिक पढ़ें

एनरिको फर्मि ( 1901-1954) इटैलियन भौतिक विज्ञानी एवं नोबेल पुरस्कार विजेता थे। फर्मि का जन्म 29 सितंबर 1901 को रोम शहर में हुआ। शिक्षा-दीक्षा गटिंगेन एवं लाइडेन में हुई तथा तदुपरांत रोम में भौतिकी के प्राध्यापक नियुक्त हुए। इन्होंन... अधिक पढ़ें

अर्नेस्ट रदरफोर्ड (30 अगस्त 1871 - 31 अक्टूबर 1937) प्रसिद्ध रसायनज्ञ तथा भौतिकशास्त्री थे। उन्हें नाभिकीय भौतिकी का जनक माना जाता है। अर्नेस्ट रदरफोर्ड का जन्म 30 अगस्त 1871 को न्यूजीलैंड में हुआ था। अपनी अधिकतम उम्र रासायनिक प... अधिक पढ़ें

बारबरा मैक्लिंटॉक एक अमेरिकी वैज्ञानिक और साइटोजेनेटिकिस्ट थी, जिन्हें फिजियोलॉजी या मेडिसिन में 1983 का नोबेल पुरस्कार दिया गया था। मैकक्लिंटॉक ने 1927 में कॉर्नेल विश्वविद्यालय से वनस्पति विज्ञान में पीएचडी प्राप्त की। वहा... अधिक पढ़ें

ओटो हैन एक जर्मन रसायनज्ञ थे और रेडियोधर्मिता और रेडियोकेमिस्ट्री के क्षेत्र में अग्रणी थे। हैन को परमाणु रसायन विज्ञान का जनक कहा जाता है। उन्होंने रेडियम, थोरियम, प्रोटैक्टिनियम और यूरेनियम के रेडियोधर्मी समस्थानिकों की खोज की। उन्होंने रेडियोधर्मी पुनरावृत्ति और परमाणु समरूपता की घटनाओं की भी खोज की।

पॉल एड्रियन मौरिस डिरॅक अंग्रेज़ सैद्धांतिक भौतिकशास्त्री थे जिन्होंने क्वांटम यांत्रिकी और क्वांटम विद्युत गतिकी दोनों के प्रारंभिक विकास के लिए मौलिक योगदान दिया था। यह कैम्ब्रिज विश्वविद्यालय में गणित के ल्युकेज़ियन प्रोफेसर तथा सैंटर फॉर थियोरेटिकल स्टडीज़, युनिवर्सिटी ऑफ़ मियामी के सदस्य थे, व अपने जीवन का अंतिम दशक इन्होंने फ्लोरिडा स्टेट यूनिवर्सिटी में व्यतीत किया।

रॉबर्ट कोच सूक्ष्मजैविकी के क्षेत्र में युगपुरूष माने जाते हैं। इन्होंने कॉलेरा, ऐन्थ्रेक्स तथा क्षय रोगों पर गहन अध्ययन किया। अंततः कोच ने यह सिद्ध कर दीया कि कई रोग सूक्ष्मजीवों के कारण होते हैं। इसके लिए सन 1905 में उन्हें नोबेल पुरस्कार से सम्मानित किया गया। कोच ने रोगों एवं उनके कारक जीवों का पता लगाने के लिए कुछ परिकल्पनाएं की थी जो आज भी इस्तेमाल होती हैं।

अंटोइन हेनरी बैकेरल एक फ्रांसीसी भौतिकशास्त्री, नोबेल पुरस्कार विजेता और मैरी क्यूरी तथा पियरे क्यूरी के साथ रेडियोधर्मिता के अनवेष्क थे, जिसके लिए तीनों को 1903 में भौतिकी में नोबेल पुरस्कार दिया गया। बैकेरल पेरिस में एक ऐसे परिवार में पैदा हुए थे जिसने वैज्ञानिकों की चार पीढ़ियाँ जिसमे बैकेरल के बेटे जीन शामिल है, पैदा की।

चार्ल्स डार्विन (12 फरवरी, 1809 – 19 अप्रैल 1882) ने क्रमविकास (evolution) के सिद्धान्त का प्रतिपादन किया। उनका शोध आंशिक रूप से 1831 से 1836 में एचएमएस बीगल पर उनकी समुद्र यात्रा के संग्रहों पर आधारित था। इनमें से कई संग्रह इस ... अधिक पढ़ें

गाटफ्रीड विलहेल्म लाइबनिज ( 1 जुलाई 1646 - 14 नवम्बर 1716) जर्मनी के दार्शनिक, वैज्ञानिक, गणितज्ञ, राजनयिक, भौतिकविद्, इतिहासकार, राजनेता, विधिकार थे। उनका पूरा नाम 'गोतफ्रीत विल्हेल्म फोन लाइब्नित्स' था। गणित के इतिहास तथा दर्शन के इतिहास में उनका प्रमुख स्थान है।
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एंटोन वोन लुएन्हूक एक डच जीव वैज्ञानिक थे। वे सूक्ष्म-जीव विज्ञान के जनक माने जाते हैं। उनके सूक्ष्मदर्शी यंत्र ने जीव-विज्ञान की दुनिया में क्रांति ला दी थी। 1670 के दशक में, उन्होंने अपने सूक्ष्मदर्शी के साथ सूक्ष्म जीवन का पता लगाना शुरू कर दिया। यह डच खोज और खोज के स्वर्ण युग की उल्लेखनीय उपलब्धियों में से एक था (c. 1590s-1720)।

लाइस मिट्नर एक ऑस्ट्रियाई-स्वीडिश भौतिक विज्ञानी थीं, जिन्होंने एक तत्व प्रोटैक्टीनियम और परमाणु विखंडन की खोजों में योगदान दिया। रेडियोएक्टिविटी पर कैसर विल्हेम इंस्टीट्यूट में काम करते हुए, उन्होंने 1917 में एक रेडियोधर्मी आइसोटोप के रूप में प्रोटैक्टीनियम की खोज की।

मौरिस ह्यूग फ्रेडरिक विल्किंस एक न्यूजीलैंड में जन्मे ब्रिटिश भौतिक विज्ञानी और आणविक जीवविज्ञानी, और नोबेल पुरस्कार विजेता थे जिनके शोध में फॉस्फोरेसेंस, आइसोटोप जुदाई, ऑप्टिकल माइक्रोस्कोपी और एक्स-रे विवर्तन की वैज्ञानिक समझ और रडार के विकास में योगदान दिया गया था।

वोल्टा इटली के वैज्ञानिक थे। ये सन् 1800 ईस्वी में विद्युत धारा के आविष्कार के लिए जाने जाते हैं। वोल्टा का जन्म कोमो में 18 फरवरी, 1745 को हुआ। यह विद्युत को एक रासायनिक क्रियाओं के द्वारा करके जैसे गोबर गैस कहते हैं उसी के ... अधिक पढ़ें

जॉन क्रेग वेंटर एक अमेरिकी बायोटेक्नोलॉजिस्ट और व्यवसायी हैं। उन्हें मानव जीनोम के पहले ड्राफ्ट अनुक्रम का नेतृत्व करने के लिए जाना जाता है | उन्होंने एक सिंथेटिक गुणसूत्र के साथ एक सेल को संक्रमित करने के लिए पहली टीम को इकट्ठा किया।

स्टीफन जे गोल्ड एक अमेरिकी जीवाश्म विज्ञानी, विकासवादी जीवविज्ञानी और विज्ञान के इतिहासकार थे। वह अपनी पीढ़ी के लोकप्रिय विज्ञान के सबसे प्रभावशाली और व्यापक रूप से पढ़े जाने वाले लेखकों में से एक थे।

अमेरिका की रेचल कार्सन (27 मई 1907 – 14 अप्रैल 1964) एक लेखक, वैज्ञानिक और पर्यावरणविद् थीं। रेचल को आधुनिक पर्यावरण आंदोलन की जननी के रूप में भी जाना जाता है। 1962 में प्रकाशित उनकी पुस्तक सायलेंट स्प्रिंग ने तत्कालीन अमेरिकी राष्ट्रपति जॉन एफ कैनेडी को भी प्रभावित किया था। उन्होंने स्वयं वह पुस्तक पढ़ी और उसमें उल्लेख किए गए कैमिकल्स का परीक्षण कराने का आदेश दिया।

लिनुस कार्ल पौलिंग एक अम्रीकी रसायनज्ञ, बायोकेमीज्ञानी, शांति कार्यकर्ता, लेखक और शिक्षक थे। उन्होने 1200 से ज्यादा सामग्री और पुस्तकें प्रकाशित कियें है। उन्में से लगभग 850 वैज्ञानिक विषयों थे। "न्यू सयिन्टिस्ट" पत्रिका उन्को सर्... अधिक पढ़ें

जर्मन वैज्ञानिक मैक्स प्लांक (Max Planck) का जन्म 23 अप्रैल 1858 को हुआ था। ग्रेजुएशन के बाद जब उसने भौतिकी का क्षेत्र चुना तो एक अध्यापक ने राय दी कि इस क्षेत्र में लगभग सभी कुछ खोजा जा चुका है अतः इसमें कार्य करना निरर्थक है। प्... अधिक पढ़ें

ब्लेज़ पास्कल, फ्रांसीसी गणितज्ञ, भौतिकज्ञ और धार्मिक दार्शनिक थे। पास्कल ने व्यावहारिक विज्ञान पर काम करते हुए मशीनी गणक बनाए, द्रव्यों के गुणों को समझा और टॉरिसैली के काम को आगे बढ़ाते हुए दबाव और निर्वात की अवधारणाओं को स्पष्ट किया। इन्होंने वैज्ञानिक विधि के समर्थन में भी लेख लिखे। साथ ही धार्मिक दर्शन में भी इनकी कृतियों ने बहुत असर छोड़ा।

टिम बर्नर्स ली (जन्म: 8 जून, 1955) विश्व व्यापी वेब के आविष्कारक, विश्व व्यापी वेब संघ के वर्तमान निर्देशक और एक शोधकर्त्ता है। टिम बर्नर्स् ली को, 2001 में, रॉयल सोसायटी का सदस्य बनाया गया। 2004 में नाईटहुड की उपाधि दी गयी थी। 1... अधिक पढ़ें
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जेम्स डी. वाटसन, एक अमेरिकन जीवाणु वैज्ञानिक हैं। वे डी.एन.ए. की बनावट पता करने के लिये जाने जाते हैं। इस कार्य के लिये उन्हे, फ्रैन्सिस क्रिक और मॉरिस विल्किंस को 1962 में नोबल पुरुस्कार मिला। 1950 के दशक में, कैम्ब्रिज विश्वविद्यालय में, ... अधिक पढ़ें

जॉन वॉन न्यूमैन एक महान हंगेरियाई गणितज्ञ थे। जान वान न्यूमैन एक महान साइंटिस्ट थे आधुनिक कंप्यूटर के विकास में इनका सर्वाधिक योगदान है, वॉन न्यूमैन ने कई क्षेत्रों में प्रमुख योगदान दिया, जिसमें गणित (गणित की नींव, कार्यात्मक ... अधिक पढ़ें

वर्नर हाइजनबर्ग, ( जन्म: 5 दिसम्बर 1901, देहांत: 1 फ़रवरी 1976) एक जर्मन सैद्धांतिक भौतिक विज्ञानी थे, जो क्वांटम यांत्रिकी में अपने मूलभूत योगदान के लिए जाने जाते हैं। उनके दिए गए अनिश्चितता सिद्धान्त को अब क्वांटम यांत्रिकी की एक आधारशिला माना जाता है।

विलियम थॉमसन, प्रथम बैरन केल्विन, ओएम, जीसीवीओ, पीसी, पीआरएस, एफआरएसई (26 जून 1824 - 17 दिसंबर 1907) बेलफास्ट में पैदा हुए एक ब्रिटिश गणितज्ञ, गणितीय भौतिक विज्ञानी और इंजीनियर थे। 53 वर्षों के लिए ग्लासगो विश्वविद्या... अधिक पढ़ें