99 मशहूर भारतीय गायक (पुरुष)

ख़ुशी, गम, उत्साहित या शांत मन – हर परिस्थिति में काम आता है संगीत | संगीत की कला को मूर्त रूप देने का कार्य करते हैं संगीतज्ञ – जिनमें कुछ वाद्य यंत्रों द्वारा संगीत का निर्माण करते हैं और कुछ अपनी आवाज़ का जादू उसमें मिलाकर एक गाने का निर्माण करते हैं और उसे अमर कर देते हैं | तो आज हम ऐसे ही कुछ भारतीय पुरुष गायकों की सूची लाये हैं  जिन्होंने अपनी आवाज़ के जादू से सब का दिल छू लिया है आज के युग के बच्चे हों या युवा या फिर एक दो पीढ़ी पुराने बुजुर्ग हर कोई गुनगुनाने लगता है इनके गाने |

भारत वाकई कलाकारों एवं गायकों का देश है, जिन पर हमें गर्व है। ये गायक राष्ट्रीय व वैश्विक स्तर पर देश को गौरवान्वित करते हैं। यहाँ भारत के कुछ ऐसे ही लोकप्रिय पुरुष गायकों की सूची दी गई है। जब आप उनकी आवाज सुनते हैं, तो आपको लगता है, जीवन को एक मधुर मोड़ मिल गया है। वे लिखित शब्दों को एक नया आयाम देते हैं चाहे वो भक्तिमय गीत हो, शास्त्रीय हो, लोक या फिल्मी गीत हों, उनके गीत कर्णप्रिये होने के साथ दिव्यता का भी अनुभव देते हैं। इन गायकों के गीत श्रोताओं को असीम शांति और आनंद प्रदान करतें है। इन गायकों ने अपने गीतों को हमारे जीवन का एक अविभाज्य अंग बना दिया है। चाहे हमारे व्रत त्योहार हों, शादी-ब्याह या कोई और कार्यक्रम, इनकी आवाज़ के बिना हर उत्सव अधूरा है। इन महान गायकों को कोटिशः नमन !


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अरिजीत सिंह

अरिजीत सिंह 1

बेस्ट रोमांटिक गानों के लिए मशहूर अरिजीत सिंह का जन्म 25 अप्रैल 1987 को पश्चिम बंगाल, भारत में हुआ। वे हिंदी फिल्म इंडस्ट्री में आज की जनरेशन के जाने माने भारतीय पाश्र्व गायक और म्यूजिक प्रोग्रामर हैं। अरिजीत सिंह को सफलता इतनी आसानी से नहीं मिली है, इन्होंने इसके लिए कड़ी मेहनत की है। फिल्म “आशिकी- 2” में गाए गए उनके गाने “तुम ही हो” के बाद से वे जाना माना नाम बन गए। इसके लिए उनको 59वां फ़िल्मफ़ेयर पुरस्कार में बेस्ट मेल सिंगर चुना गया है|

इनके कुछ बेहतरीन गीत-

  • तुम ही हो – फिल्म आशिकी 2
  • मस्त मगन – फिल्म 2 स्टेट्स
  • यारियाँ – फिल्म कॉकटेल
  • मुस्कुराने की वजह तुम हो – फिल्म सिटी लाइट्स
  • कबीरा – फिल्म ये जवानी है दीवानी

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2

कुमार सानू

कुमार सानू 2

कुमार शानू (केदारनाथ भट्टाचार्य) का जन्म 22 सितंबर 1957 को कोलकाता में हुआ। कुमार शानू अकेले ऐसे भारतीय गायक हैं जिनके नाम एक दिन में 28 गाने गाने का रिकॉर्ड गिनीज बुक में रिकॉर्ड दर्ज हैं। कुमार शानू ने स्नातक की पढ़ाई पूरी करने के बाद कोलकाता में स्टेज प्रोग्राम्स में गाना शुरू कर दिया था। साथ ही वह ऐसे गायक हैं जिन्हें लगातार पांच साल तक फिल्म फेयर अवार्ड से सम्मानित किया गया है, साथ ही उन्हें भारत के सर्वोच्च सम्मान पद्म श्री से नवाजा जा चुका है। इनके सदाबहार गीत आज भी दर्शकों और श्रोताओं को मंत्रमुग्ध कर देते हैं।

इनके कुछ बेहतरीन गीत-

  • मेरा दिल भी – फिल्म साजन
  • जब कोई बात बिगड़ जाये – फिल्म जुर्म
  • तू मेरी ज़िन्दगी है – आशिकी
  • दो दिल मिल रहे हैं – फिल्म परदेश
  • दर्द करारा – फिल्म दम लगा के हईशा

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3

उदित नारायण

उदित नारायण 3

हिंदी फिल्म इंडस्ट्री के प्रसिद्ध गायक उदित नारायण का जन्म 27 नवम्बर 1955 को बिहार में हुआ, इनके पिता नेपाली थे । उन्होंने हिंदी और नेपाली दोनों ही भाषाओँ में हिट गाने गाये हैं। इनके गीत “पापा कहते हैं बड़ा नाम करेगा” के लिए उन्हें पहली बार सर्वश्रेष्ठ पार्श्वगायक का फिल्मफेयर अवार्ड मिला। उदित नारायण की जादू भरी आवाज ने उन्हें तीन बार नेशनल अवार्ड का खिताब दिलाया है। उदित नारायण अब तक 30 भाषाओं में करीब 15 हजार गाने गा चुके हैं।

इनके कुछ बेहतरीन गीत-

  • जादू तेरी नज़र – फिल्म डर
  • पापा कहते हैं – फिल्म कयामत से कयामत तक
  • फलक तक चल – फिल्म टशन
  • क्यों किसी को – फिल्म तेरे नाम
  • चाहा है तुझको – फिल्म मन

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4

किशोर कुमार

किशोर कुमार 4

अभास कुमार गांगुली या फिर किशोर कुमार, एक ऐसा नाम जिसने हिंदी म्यूजिक इंडस्ट्री में और एक्टिंग में एक अलग छाप छोड़ी है। किशोर कुमार जी का जन्म 4 अगस्त 1929 को खंडवा मध्यप्रदेश में हुआ। उन्होंने बंगाली, हिंदी, मराठी, असमी, गुजराती, कन्नड़, भोजपुरी, मलयालम, उड़िया और उर्दू सहित कई भारतीय भाषाओं में गाने गाये थे। उन्होंने सर्वश्रेष्ठ पार्श्वगायक के लिए 8 फ़िल्मफ़ेयर पुरस्कार जीते थे। उनके सम्मान में मध्यप्रदेश सरकार ने हिंदी सिनेमा में योगदान के लिए “किशोर कुमार पुरस्कार” चालू कर दिया है।

इनके कुछ बेहतरीन गीत-

  • ये दोस्ती – फिल्म शोले
  • ओ साथी रे – फिल्म मुकद्दर का सिकंदर
  • गाता रहे मेरा दिल – फिल्म गाइड
  • रूप तेरा मस्ताना – फिल्म आराधना
  • तेरे जैसा यार कहाँ – फिल्म याराना

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5

मोहम्मद रफी

मोहम्मद रफी 5

हिंदी सिनेमा के सुरों के बेताज बादशाह मोहम्मद रफी का जन्म 24 दिसंबर 1924 को पंजाब के कोटला में हुआ। फिल्मी दुनिया में उनके चाहने वाले उन्हें रफ़ी साहब कह कर बुलाते हैं। अपनी आवाज की मधुरता से उन्होंने अपने समकालीन गायकों के बीच एक अलग ही पहचान बनाई। रफी साहब ने भारतीय भाषाओं जैसे असामी, कोंकणी, पंजाबी, उड़िया, मराठी, बंगाली, भोजपुरी के साथ-साथ उन्होंने पारसी, डच, स्पेनिश और इंग्लिश में भी गीत गाए थे। अवार्ड्स की बात करें तो 6 फिल्मफेयर और 1 नेशनल अवार्ड रफी जी के नाम हैं। उन्हें भारत सरकार के द्वारा ‘पद्म श्री’ सम्मान से भी सम्मानित किया जा चुका है।

इनके कुछ बेहतरीन गीत-

  • ये रेशमी जुल्फें – फिल्म दो राश्ते
  • आजा तुझको पुकारे – फिल्म नील कमल
  • नफरत की दुनिया को – फिल्म हाथी मेरे साथी

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6

जगजीत सिंह

जगजीत सिंह 6

बेहतरीन गजल गायकों में जगजीत सिंह का नाम बेहद लोकप्रिय है। मीठी और मधुर आवाज के जादूगर जगमोहन सिंह धीमान (जगजीत सिंह) का जन्म 8 फरवरी 1941 को बीकानेर, भारत में हुआ था। बचपन से उनको संगीत का शौक था। उन्होंने संगीत की शिक्षा उस्ताद जमाल खान और पंडित छगनलाल शर्मा से ली थी। 1965 में बॉलीवुड में सिंगर बनने की तमन्ना लेकर जगजीत मुंबई पहुंचे। उन्होंने कई एलबम में गाने गाए, उनकी जादूई आवाज लोगों के दिलों में उतर गयी। उसके बाद जगजीत सिंह ने कई फिल्मों में भी गाने गाए। 2003 में उन्हें भारत सरकार द्वारा कला के क्षेत्र में पद्दम भूषण से सम्मानित किया गया। 10 अक्टूबर 2011 को जगजीत सिंह इस दुनिया भले ही छोड़ कर चले गए, लेकिन उनकी सदाबहार आवाज में गायी गईं गजलें आज भी लोगों के मन में ताजा हैं।बेहतरीन गजल गायकों में जगजीत सिंह का नाम बेहद लोकप्रिय है। मीठी और मधुर आवाज के जादूगर जगजीत सिंह का जन्म 8 फरवरी 1941 को बीकानेर, भारत में हुआ था। बचपन से उनको संगीत का शौक था। उन्होंने संगीत की शिक्षा उस्ताद जमाल खान और पंडित छगनलाल शर्मा से ली थी। 1965 में बॉलीवुड में सिंगर बनने की तमन्ना लेकर जगजीत मुंबई पहुंचे। उन्होंने कई एलबम में गाने गाए, उनकी जादूई आवाज लोगों के दिलों में उतर गयी। उसके बाद जगजीत सिंह ने कई फिल्मों में भी गाने गाए। 2003 में उन्हें भारत सरकार द्वारा कला के क्षेत्र में पद्दम भूषण से सम्मानित किया गया। 10 अक्टूबर 2011 को जगजीत सिंह इस दुनिया भले ही छोड़ कर चले गए, लेकिन उनकी सदाबहार आवाज में गायी गईं गजलें आज भी लोगों के मन में ताजा हैं।

इनके कुछ बेहतरीन गीत-

  • होश वालों को खबर – फिल्म सरफरोश
  • कोई फरियाद – फिल्म तुम बिन
  • होठों से छू लो तुम – फिल्म प्रेम गीत
  • चिठ्ठी न कोई संदेश, जाने वो कौन सा देश – फिल्म दुश्मन
  • ये दौलत भी ले लो – एल्बम लाइफ स्टोरी

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शान

शान 7

शान (शांतनु मुखर्जी) का जन्म 30 सितंबर 1972 को मुम्बई, भारत में हुआ। इनके दादाजी जाहर मुखर्जी और पिता मानस मुखर्जी एक संगीतकार थे। इसीलिए शान को संगीत विरासत में मिला है। घर में संगीतमय वातावरण होने के कारण शान का बचपन से ही संगीत की ओर रुझान हो गया था। शान का एल्बम “तन्हा दिल” लोगों के बीच काफी लोकप्रिय हुआ। एलबम्स के अलावा शान ने कई हिंदी बॉलीवुड फिल्मों में गाने गाये। फ़िल्मी दुनिया में शान कड़ी मेहनत कर बॉलीवुड के बेस्ट सिंगर्स में गिने जाते हैं।

इनके कुछ बेहतरीन गीत-

  • जब से तेरे नैना – फिल्म सांवरिया
  • चाँद सिफारिश – फिल्म फना
  • बहती हवा सा था वो – थ्री इडियट्स
  • हम जो चलने लगे – फिल्म जब वी मेट
  • तन्हा दिल तन्हा सफर – एल्बम

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सुखविंदर सिंह

सुखविंदर सिंह 8

बुलंद आवाज के मालिक सुखविंदर सिंह उर्फ़ सुखी सिंह का जन्म 18 जुलाई 1971 को पंजाब के अमृतसर में हुआ। आठ साल की उम्र से ही उन्होंने स्टेज पर परफॉर्म करना शुरू कर दिया था। सुखविंदर सिंह ने हिंदी सिनेमा में कई हिट गानें दिए। सुखविंदर सिंह को पहला फिल्मफेयर सर्वश्रेष्ठ मेल प्लेबैक सिंगर का पुरुस्कार फिल्म दिल से के गाने छैंया-छैंया के लिए मिला था। सुखविंदर सिंह द्वारा गाया हुआ गीत “जय हो” ऑस्कर अकेडमी अवार्ड से भी नवाजा जा चुका है।

इनके कुछ बेहतरीन गीत-

  • छैयां छैयां - फिल्म दिल से
  • हौले हौले – फिल्म रब ने बना दी जोड़ी
  • दर्द-ए-डिस्को – फिल्म ओम शांति ओम
  • जय हो – फिल्म स्लमडॉग मिलेनियर
  • बंजारा – फिल्म एक था टाइगर
  • बिस्मिल – फिल्म हैदर

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मोहित चौहान

मोहित चौहान 9

हिन्दी फिल्म जगत में मुख्यतः उनके रोमांटिक गानों के लिए मशहूर मोहित चौहान का जन्म 11 मार्च 1966 हिमांचल प्रदेश के सिरमौर जिले में हुआ। दिल्ली आकर वहाँ सिल्क रूट नाम का बैंड बनाया, 1996 में इस बैंड का पहला एलबम “बूंद” रिलीज़ हुआ। इस एलबम का एक गीत “डूबा़ डूबा” बहुत हिट हुआ बेहतरीन गायक के तौर पर पहचान बनाने वाले गायक मोहित चौहान अपने करियर में एक्टर बनना चाहते थे। उन्होंने अपने करियर में कई सुपरहिट फिल्मों में शानदार संगीत दिया है। उनको दो बार फ़िल्मफ़ेयर सर्वश्रेष्ठ पार्श्व गायक पुरस्कार भी मिल चुका है।

इनके कुछ बेहतरीन गीत-

  • तुझे भुला दिया – फिल्म अनजाना अनजानी
  • साड्डा हक़ एत्थे रख – फिल्म रॉकस्टार
  • भीगीसी भागीसी – फिल्म राजनीति
  • मसक्कली – फिल्म दिल्ली 6
  • सैंय्यारा मैं सैंय्यारा – फिल्म एक था टाइगर

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सोनू निगम

सोनू निगम 10

संघर्ष की मिसाल सोनू निगम का जन्म 30 जुलाई 1973 में फरीदाबाद, हरियाणा, में हुआ। उन्होंने अपनी गायकी का करियर 4 साल की उम्र में ही शुरू कर दिया था। उन्होंने संगीत का प्रशिक्षण हिन्दुस्तानी क्लासिकल गायक उस्ताद गुलाम मुस्तफा खान से लिया है। उनके कई भारतीय पॉप एल्बम भी रिलीज हुए हैं और उन्होंने कुछ हिंदी फिल्मों में अभिनेता के तौर पर काम भी किया है। शुरु के कुछ साल सोनू को अपना नाम बनाने के लिए संघर्ष करना पड़ा। उनकी चर्चा 2006 में कन्नड़ की फ़िल्म मुंगारू माले से शुरू हुई, इस फिल्म ने कई पुरस्कार जीते थे। अभी तक उन्होंने लगभग 10 अलग भाषाओँ में 2000 से भी ज्यादा की संख्या में गाने गाये हैं। उन्होंने अपने हर तरह के गाने को गाकर यह प्रमाणित कर दिया है कि कठिन परिश्रम सफलता का मार्ग प्रसस्त करता है।

इनके कुछ बेहतरीन गीत

  • मैं अगर कहूँ – फिल्म ओमशांतिओम
  • इन लम्हों के दामन में – फिल्म जोधाअकबर
  • चोरी कियारे जिया – फिल्म दबंग
  • छोटी छोटी रातें – फिल्म तुमबिन
  • तू मिलादे – फिल्म सावन

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मुकेश

मुकेश Mukesh
मुकेश चंद माथुर (जुलाई 22, 1923, दिल्ली, भारत - अगस्त 27, 1976), लोकप्रिय तौर पर सिर्फ़ मुकेश के नाम से जाने वाले, हिन्दी सिनेमा के एक प्रमुख पार्श्व गायक थे। मुकेश की आवाज़ बहुत खूबसूरत थी पर उनके एक दूर के रिश्तेदार मोतीलाल ने उन्हें तब पहचाना जब उन्होंने उसे अपनी बहन की शादी में गाते हुए सुना। मोतीलाल उन्हें बम्बई ले गये और अपने घर में रहने दिया। यही नहीं उन्होंने मुकेश के लिए रियाज़ का पूरा इन्तजाम किया। इस दौरान मुकेश को एक हिन्दी फ़िल्म निर्दोष (1941) में मुख्य कलाकार का काम मिला। पार्श्व गायक के तौर पर उन्हें अपना पहला काम 1945 में फ़िल्म पहली नज़र में मिला। मुकेश ने हिन्दी फ़िल्म में जो पहला गाना गाया, वह था दिल जलता है तो जलने दे जिसमें अदाकारी मोतीलाल ने की। इस गीत में मुकेश के आदर्श गायक के एल सहगल के प्रभाव का असर साफ़-साफ़ नज़र आता है। 1959 में अनाड़ी फ़िल्म के ‘सब कुछ सीखा हमने न सीखी होशियारी’ गाने के लिए सर्वश्रेष्ठ पार्श्व गायन का फिल्मफेयर पुरस्कार मिला था। 1974 में मुकेश को रजनीगन्धा फ़िल्म में "कई बार यूँ भी देखा है" गाना गाने के लिए राष्ट्रीय फ़िल्म पुरस्कार मिला। 1976 में जब वे अमेरीका के डेट्रॉएट शहर में दौरे पर थे, तब उन्हें दिल का दौरा पड़ा और उनकी मृत्यु हो गयी।

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ए आर रहमान

ए आर रहमान A. R. Rahman
अल्लाह रक्खा रहमान लोकप्रिय रूप से ए॰ आर॰ रहमान भारतीय फिल्मों के प्रसिद्ध संगीतकार हैं, जिन्होंने मुख्य रूप से हिन्दी और तमिल फिल्मों में संगीत दिया है। इनका जन्म 6 जनवरी, 1967 को चेन्नई, तमिलनाडु, भारत में हुआ। जन्मतः उनका नाम ‘अरुणाचलम् शेखर दिलीप कुमार मुदलियार’ रखा गया। धर्मपरिवर्तन के पश्चात उन्होंने अल्लाह रक्खा रहमान नाम धारण किया। ए. आर. रहमान उसीका संक्षिप्त रूप है। रहमान ने अपनी मातृभाषा तमिल के अतिरिक्त हिंदी तथा कई अन्य भाषाओं की फिल्मों में भी संगीत दिया है। टाइम्स पत्रिका ने उन्हें मोजार्ट ऑफ मद्रास की उपाधि दी। रहमान गोल्डन ग्लोब अवॉर्ड से सम्मानित होने वाले पहले भारतीय व्यक्ति हैं। ए. आर. रहमान ऐसे पहले भारतीय हैं जिन्हें ब्रिटिश भारतीय फिल्म स्लम डॉग मिलेनियर में उनके संगीत के लिए दो ऑस्कर पुरस्कार प्राप्त हुए है। इसी फिल्म के गीत 'जय हो' के लिए सर्वश्रेष्ठ साउंडट्रैक कंपाइलेशन और सर्वश्रेष्ठ फिल्मी गीत की श्रेणी में दो ग्रैमी पुरस्कार भी मिले।

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अजय चक्रवर्ती

अजय चक्रवर्ती Ajoy Chakrabarty
पण्डित अजय चक्रबर्ती एक प्रतिष्ठित भारतीय हिन्दुस्तानी शास्त्रीय संगीतकार, गीतकार, गायक और गुरु हैं। उन्हें हिंदुस्तानी शास्त्रीय संगीतकारी के विशिष्ठ व्यक्तित्वों में गिना जाता है। पटियाला कसूर घराना उनकी विशेष दक्षता है, तथा वे मूलतः उस्ताद बड़े ग़ुलाम अली साहब और उस्ताद बरकत अली खान की गायकी का प्रतिनिधित्व करता हैं। तथा हिन्दुस्तानी शास्त्रीय परम्परा के अन्य घराने, जैसे इंदौर, दिल्ली, जयपुर, ग्वालियर, आगरा, किराना, रामपुर तथा दक्षिण भारतीय कर्नाटिक संगीत की शैलियों का भी इनकी गायिकी पर प्रभाव पड़ता है।

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अदनान सामी

अदनान सामी Adnan Sami
अदनान सामी खान एक भारतीय गायक, संगीतकार और अभिनेता हैं। अदनान सामी का जन्म अगस्त15, 1973 को लंदन, यूनाइटेड किंगडम में हुआ। उनके पिता, अरशद सामी खान पाकिस्तान के राजनयिक थे और उन्होंने शास्त्रीय तथा जैज़ संगीत में प्रशिक्षण ली हुई थी। पाकिस्तानी गायक अदनान सामी "खान" को 1 जनवरी 2016 को भारत सरकार द्वारा उन्हें भारतीय नागरिकता प्राप्त हुई।

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अली अकबर खान

अली अकबर खान Ali Akbar Khan
उस्ताद अली अक़बर ख़ाँ मैहर घराने के भारतीय शास्त्रीय संगीतज्ञ और सरोद वादक थे। उनकी विश्वव्यापी संगीत प्रस्तुतियों ने भारतीय शास्त्रीय संगीत तथा सरोद वादन को लोकप्रिय बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।

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अल्ला रक्खा

अल्ला रक्खा Alla Rakha
उस्ताद अल्ला रक्खा कुरैशी, अल्ला रक्खा के नाम से लोकप्रिय, एक भारतीय तबला वादक थे, वे हिंदुस्तानी शास्त्रीय संगीत में विशिष्ट स्थान रखते थे। उनके पुत्र जाकिर हुसैन एक प्रख्यात तबला वादक हैं। 3 फरवरी 2000 को नेपाली सी रोड स्थित उनके सिमला हाउस में दिल का दौरा पड़ने से निधन हो गया, जिसका कारण पिछली शाम अपनी बेटी रज़िया की मृत्यु का दुःख होना था।

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आमिर खान(गायक)

आमिर खान(गायक) Amir Khan (Singer)
आमिर खान एक भारतीय शास्त्रीय गायक और इंदौर घराने के संस्थापक थे। उस्ताद अमीर खान को कला के क्षेत्र में भारत सरकार द्वारा, सन 1971में पद्म भूषण से सम्मानित किया गया था। ये मध्य प्रदेश राज्य से हैं। अन्य कलाकारों के विपरीत, उन्होंने कभी भी लोकप्रिय स्वादों के लिए कोई रियायत नहीं दी, लेकिन हमेशा अपने शुद्ध, लगभग शुद्धतावादी, उच्चतर शैली से चिपके रहे।

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अंकित तिवारी

अंकित तिवारी Ankit Tiwari
अंकित तिवारी उत्तरप्रदेश के कानपुर से है। इनके पिता का अपना एक संगीत समूह था। इनके माता भक्तिगीत गाते थे। बचपन से ही अंकित इन दोनो के साथ बैठ कर संगीत अभ्यास करते। इन्होने विनोद कुमार द्विवेदी के यहाँ संगीत सीखा। 2014 में, उन्होंने मोहित सूरी के साथ एक विलेन के लिए काम किया, जहाँ उन्होंने शानदार संगीत दिया और उन्होंने "गलियां" भी गाया। ट्रैक के लिए उन्हें फिल्मफेयर अवार्ड्स में सर्वश्रेष्ठ पुरुष पार्श्व गायक का पुरस्कार प्राप्त करने के लिए एक और दो नामांकन प्राप्त हुए, उन्होंने पाकिस्तानी फिल्म बिन रॉय के लिए "ओ यारा" गीत भी रिकॉर्ड किया।

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अमित कुमार

डॉ अमित कुमार  DR.AMIT KUMAR
अमित कुमार एक भारतीय फिल्म पार्श्व गायक, अभिनेता, निर्देशक और संगीत निर्देशक हैं। वह भारतीय गायक और अभिनेता किशोर कुमार और बंगाली गायक और अभिनेत्री रुमा गुहा ठाकुर के पुत्र हैं। अपने पिता की तरह, अमित कलकत्ता में दुर्गा पूजा समारोह के दौरान गाने के लिए गायन और बचपन से गाया करते थे। एक बार जब वह बंगाली अभिनेता उत्तम कुमार द्वारा आयोजित एक दुर्गा पूजा समारोह में मंच पर प्रदर्शन कर रहे थे, लोग ज्यादा गाने की मांग कर रहे थे और यह जानकारी उसकी मां तक ​​पहुंच गई। उसने किशोर कुमार से शिकायत की कि उनका बेटा "फिल्मी" गाने गा रहा था। सुनकर, किशोर कुमार ने उसे बंबई में लाने का फैसला किया।

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अरमान मलिक

अरमान मलिक Armaan Malik
अरमान मलिक (जन्म: 22 जुलाई 1995) एक भारतीय गायक हैं। यह सा रे गा मा पा लिटिल चेम्प्स में सार्वजनिक मतों के अनुसार आठवें स्थान पर रहे। यह गायक और संगीत निर्देशक डबू मलिक के बेटे और गीतकार अमाल मलिक के भाई हैं। वर्तमान मे यह कलाकार अपने गानों की वजह से सुप्रसिद्ध है।

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आयुष्मान खुराना

आयुष्मान खुराना Ayushmann Khurrana
आयुष्मान खुराना (जन्म निशांत खुराना 14 सितंबर 1984 ) एक भारतीय अभिनेता, गायक और टेलीविजन होस्ट हैं। अभिनय के अलावा, खुराना ने अपनी कई फ़िल्मों के लिए गीत गाए हैं, जिनमें "पानी दा रंग" गीत भी शामिल है, जिसने उन्हें सर्वश्रेष्ठ पुरुष पार्श्वगायक के लिए फिल्मफेयर पुरस्कार दिलाया था।

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बादशाह (गायक)

बादशाह (गायक) Badshah (Singer)
बादशाह एक भारतीय पंजाबी गायक कलाकार हैं| इनका जन्मनाम आदित्य प्रतीक सिंह सिसोदिया है | इन्होंने अपने कैरियर की शुरूआत यो यो हनी सिंह के साथ 2006 में की थी | इन्होंने कई फ़िल्मों में गाने गाये हैं| इन्होंने मुख्यत हिन्दी, पंजाबी और हरयाणवी भाषाओं में गाने गए हैं

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जुबीन नौटियाल

जुबीन नौटियाल Jubin Nautiyal
जुबीन नौटियाल एक भारतीय गायक, कलाकार, इंडी-पॉप और पार्श्व गायक हैं। जुबिन को 8 वें मिर्ची म्यूजिक अवार्ड्स, 2016 के अपकमिंग मेल वोकलिस्ट ऑफ द ईयर से सम्मानित किया गया| अपने करियर की शुरुआत में उन्होंने हिंदी फिल्मों के लिए कई हिट गीतों सहित कई गाने गाए। उन्होंने विभिन्न भारतीय भाषाओं में फिल्मों के लिए गाने भी रिकॉर्ड किए हैं ।

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उस्ताद बड़े गुलाम अली खान

उस्ताद बड़े गुलाम अली खान Ustad Bade Ghulam Ali Khan
उस्ताद बड़े ग़ुलाम अली ख़ां हिन्दुस्तानी शास्त्रीय संगीत के पटियाला घराने के गायक थे। उनकी गणना भारत के महानतम गायकों व संगीतज्ञों में की जाती है। इनका जन्म लाहौर के निकट कसूर नामक स्थान पर पाकिस्तान में हुआ था, पर इन्होने अपना जीवन अलग समयों पर लाहौर, बम्बई, कोलकाता और हैदराबाद में व्यतीत किया। प्रसिद्ध ग़जल गायक गुलाम अली इनके शिष्य थे। इनका परिवार संगीतज्ञों का परिवार था। बड़े गुलाम अली खां की संगीत की दुनिया का प्रारंभ सारंगी वादक के रूप में हुआ बाद में उन्होंने अपने पिता अली बख्श खां, चाचा काले खां और बाबा शिंदे खां से संगीत के गुर सीखे। इनके पिता महाराजा कश्मीर के दरबारी गायक थे और वह घराना "कश्मीरी घराना" कहलाता था। जब ये लोग पटियाला जाकर रहने लगे तो यह घराना "पटियाला घराना" के नाम से जाना जाने लगा।

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भीमसेन जोशी

भीमसेन जोशी Bhimsen Joshi

पंडित भीमसेन गुरुराज जोशी (जन्म: फरवरी 04, 1922) शास्त्रीय संगीत के हिन्दुस्तानी संगीत शैली के सबसे प्रमुख गायकों में से एक है।

पंडित भीमसेन जोशी को बचपन से ही संगीत का बहुत शौक था। वह किराना घराने के संस्थापक अब्दुल करीम खान से बहुत प्रभावित थे। 1933 में वह गुरु की तलाश में घर से निकल पड़े। अगले दो वर्षो तक वह बीजापुर, पुणे और ग्वालियर में रहे। उन्होंने ग्वालियर के उस्ताद हाफिज अली खान से भी संगीत की शिक्षा ली। लेकिन अब्दुल करीम खान के शिष्य पंडित रामभाऊ कुंदगोलकर से उन्होने शास्त्रीय संगीत की शुरूआती शिक्षा ली। घर वापसी से पहले वह कलकत्ता और पंजाब भी गए। वर्ष 1937 तक पंडित भीमसेन जोशी एक जाने-माने खयाल गायक बन गये थे। वहाँ उन्होंने सवाई गंधर्व से कई वर्षो तक खयाल गायकी की बारीकियाँ भी सीखीं। उन्हें खयाल गायन के साथ-साथ ठुमरी और भजन में भी महारत हासिल की है पंडित भीमसेन जोशी का देहान्त 25 जनवरी 2011 को हुआ।

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बेनी दयाल

बेनी दयाल Benny Dayal
बेनी दयाल एक भारतीय गायक है जिनका जन्म 13 मई 1984 में केरल राज्य में हुआ था। बेनी दयाल एस5 म्यूजिक बैंड के सदस्य है। इन्होंने अपने फ़िल्मी कैरियर की शुरुआत मलयालम फ़िल्म "बाई द पीपल" के साथ की थी।

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हेमंत कुमार

हेमंत कुमार Hemant Kumar
हेमंत कुमार मुखोपाध्याय(16 जून,1920- 26 सितंबर 1989) एक प्रसिद्ध गायक, संगीतकार और फिल्म निर्माता थे। उन्होंने हेमन्त कुमार के नाम से हिंदी फिल्मों में अनेक गीत गाए थे।अपने मित्र सुभाष मुखोपाध्याय के प्रभाव में आकर हेमंत कुमार ने 1933 में ऑल इंडिया रेडियो के लिए अपना पहला गीत रिकॉर्ड करवाया. हेमंत कुमार को बंगाली संगीतकार शैलेस दासगुप्ता से काफी प्रेरणा मिली। 1980 के दशक में टेलीविजन पर प्रसारित एक साक्षात्कार में हेमंत कुमार ने कहा कि उन्होंने उस्ताद फैय्याज खान से शास्त्रीय संगीत की शिक्षा ली, लेकिन उस्ताद की मौत के बाद उनका ये क्रम टूट गया। 1937 में, हेमंत कुमार ने अपना पहला गैर-फिल्मी संगीत का डिस्क कोलंबिया लाबेल कंपनी के लिए जारी किया, जिसमें संगीत शैलेस दासगुप्ता ने दी और गीत लिखा था नरेश भट्टाचार्य ने. इसके बाद से 1984 तक हेमंत कुमार ने हर साल ग्रामोफोन कंपनी ऑफ इंडिया(जीसीआई) कंपनी के लिए गैर-फिल्मी गीत गाते रहे। उनका पहला हिंदी डिस्क इसी कंपनी के लिए जारी हुआ जिसमें दो गीत कितना दुख भुलाया तुमने और ओ प्रीत निभानेवाली काफी मशहूर हुआ।

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उस्ताद फैयाज खान

उस्ताद फैयाज खान Ustad Faiyaz Khan
उस्ताद फैयाज खान (8 फरवरी 1886 - 5 नवंबर 1950) एक भारतीय शास्त्रीय गायक थे, जो हिंदुस्तानी शास्त्रीय संगीत के आगरा घराने के प्रतिपादक थे। स्वरगंगा संगीत फाउंडेशन की वेबसाइट के अनुसार, "जब तक वह बड़ौदा में मर गया, तब तक उसने सदी के महानतम और सबसे प्रभावशाली गायक में से एक होने की प्रतिष्ठा अर्जित की थी।"

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हिमेश रेशमिया

हिमेश रेशमिया Himesh Reshammiya
हिमेश रेशमिया एक गायक, संगीतकार, गीतकार, अभिनेता तथा फिल्म निर्माता हैं, जो प्रमुखतः हिन्दी फ़िल्मों में कार्यरत हैं। वर्ष 1998 में आयी प्यार किया तो डरना क्या से बॉलीवुड फिल्मों में एक संगीतकार के रूप में पदार्पण करने वाले हिमेश ने अगले कुछ वर्षों में हेलो ब्रदर (1999), कुरुक्षेत्र (2000), जोड़ी नम्बर वन (2001) और हमराज़ (2002) जैसी फिल्मों में संगीत दिया; हमराज़ के लिए उन्हें उनका पहला फ़िल्मफेयर नामांकन मिला था। इसके बाद 2003 में उन्होंने तेरे नाम फिल्म में संगीत दिया, जिसकी संगीत एल्बम उस वर्ष की सर्वाधिक बिकने वाली एल्बम थी, और इसके लिए उन्हें फ़िल्मफेयर, स्क्रीन तथा स्टार गिल्ड समेत कई पुरस्कारों के लिए नामांकन प्राप्त हुए। तेरे नाम ने उन्हें बॉलीवुड में एक सफल संगीतकार के रूप में स्थापित किया, और फिर 2004 में उन्होंने रन, टार्ज़न, ऐतराज़ और दिल मांगे मोर जैसी फिल्मों में संगीत दिया।

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हरिहरन

हरिहरन Hariharan
हरिहरन भारतीय पार्श्वगायक और गज़ल गायक है। हिन्दी फिल्मों के कई मशहूर गीत उन्होंने गाये हैं। 2004 में उन्हें पद्मश्री से सम्मानित किया गया। हरिहरन (जन्म 3 अप्रैल 1955) त्रिवेंद्रम के एक भारतीय पार्श्वगायक, भजन और ग़ज़ल गायक हैं, जिनके गीत मुख्य रूप से तमिल और हिंदी में चित्रित किए गए हैं। इसके अलावा उन्होंने तेलुगु, मलयालम, कन्नड़, मराठी और भोजपुरी फिल्मों में उल्लेखनीय गाने गाए। वह एक स्थापित गज़ल गायक और भारतीय फ्यूजन संगीत के अग्रदूतों में से एक हैं। 2004 में, उन्हें भारत सरकार द्वारा पद्म श्री से सम्मानित किया गया और वह दो बार राष्ट्रीय पुरस्कार विजेता हैं। उन्हें अब तक के सबसे महान भारतीय गायकों में से एक माना जाता है।

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डी.वी. पलुस्कर

डी.वी. पलुस्कर D. V. Paluskar
पंडित दत्तात्रेय विष्णु पलुस्कर (28 मई 28, 1921 – 25 अक्टूबर 25, 1955), हिंदुस्तानी शास्त्रीय संगीत के गायक थे। उन्हें एक विलक्षण बालक के तौर पर जाना जाता था। शुद्ध शास्त्रीय संगीत के अतिरिक्त वे महान भजन गायक भी थे। उन्हें फिल्म बैजू बावरा (1952 फिल्म) में उस्ताद अमीर ख़ान के साथ एक अविस्मरणीय युगलबंदी के लिए भी जाना जाता है।

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जावेद अली

जावेद अली Javed Ali
जावेद अली एक भारतीय पार्श्वगायक है जो सन 2000 से हिंदी फिल्मों में गाने गा रहे हैं। इन्होंने 2007 में लोकप्रिय गाने एक दिन तेरी यादों में जो कि नक़ाब फ़िल्म का गाना था तथा 2008 में बनी जोड़ अकबर का गाना जश्न-ऐ-बहारान भी काफी लोकप्रिय हुआ था। ये हिन्दी के अलावा बंगाली ,उड़िया ,तमिल ,तेलुगु भाषा में भी पार्श्वगायक है। जावेद अली 2011 में ज़ी टीवी पर चलने वाले सा रे गा मा पा लिटल चैम्प्स में जज भी रह चुके है। हाल ही में इन्होंने वज़ीर फ़िल्म में मौला गाना गाया है।

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पंडित जसराज

पंडित जसराज Pandit Jasraj
पण्डित जसराज भारत के प्रसिद्ध शास्त्रीय गायकों में से एक हैं। जसराज का संबंध मेवाती घराने से है। जसराज जब चार वर्ष उम्र में थे तभी उनके पिता पण्डित मोतीराम का देहान्त हो गया था और उनका पालन पोषण बड़े भाई पण्डित मणीराम के संरक्षण में हुआ। अंतर्राष्ट्रीय खगोलीय संघ (IAU) ने 11 नवंबर, 2006 को खोजे गए हीन ग्रह 2006 VP32 को पण्डित जसराज के सम्मान में 'पण्डितजसराज' नाम दिया है।

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के.जे. येसुदास

के.जे. येसुदास K. J. Yesudas
के. जे. येसुदास एक प्रसिद्ध कर्नाटक संगीत गायक हैं, काट्टश्शेरि जोसफ़ येसुदास को सन् 2002 में भारत सरकार द्वारा कला के क्षेत्र में पद्म भूषण से सम्मानित किया गया था। ये केरल से हैं। उन्हें कुल पाँच बार सर्वश्रेष्ठ पाश्वगायक की श्रेणी में सरहतरिया फ़िल्म पुरस्कार से नवाजा गया है, जोकि इस पुरस्कार की इतिहास में सबसे अधिक है।

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जयतीर्थ मेवुंदी

जयतीर्थ मेवुंदी Jayateerth Mevundi
पंडित जयतीर्थ मेवुंदी किराना घराने के एक भारतीय शास्त्रीय गायक हैं। पंडित जयतीर्थ मेवुंदी किराना घराना (गायन शैली) के एक भारतीय शास्त्रीय गायक हैं। श्री मेवुंदी को संगीत के पारखी लोगों द्वारा किराना घराने का प्रमुख माना जाता है। मि। एमुंडी नो स्नेक, हुबली-धारवाड़, कर्नाटक में 11 मई 1972 को जन्मे संगीतमय देश से हैं। उन्हें एक संगीतमय वातावरण में लाया गया था, और उनकी माँ श्रीमती द्वारा प्रोत्साहित किया गया था। सुधाबाई मेवुंदी जो कि पुरंदर दसा क्रीटिस गायन की शौकीन थीं और पिता श्री वसंतराव मेवुंदी को पेपर प्रेस में काम करना था।

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कैलाश खेर

कैलाश खेर Kailash Kher
कैलाश खेर एक भारतीय पॉप-रॉक गायक हैं जिनकी शैली भारतीय लोक संगीत से प्रभावित है। कैलाश खेर ने अबतक 18 भाषाओं में गाने गाये हैं और 300 से अधिक गीत बॉलीवुड में गाये हैं। कैलाश खेर को संगीत मानों विरासत में मिली हो। उनके पिता पंडित मेहर सिंह खेर पुजारी थे और अक्सर घरों में होने वाले इवेंट में ट्रेडिशनल फोक सॉन्ग गाया करते थे। कैलाश ने बचपन में पिता से ही संगीत की शिक्षा ले ली थी। लेकिन वह कभी भी बॉलीवुड गाने सुनना पसंद नहीं करते थे और ना ही सुना करते थे पर उनको संगीत से लगाव तो काफी था।

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के. एल. सहगल

के. एल. सहगल K. L. Saigal
कुन्दन लाल सहगल हिन्दी फ़िल्मों के एक प्रसिद्ध गायक-अभिनेता थे। इन्हें हिंदी फिल्म उद्योग जो तत्कालीन समय के दौरान कोलकाता में केंद्रित था, का पहला सुपरस्टार माना जाता था। वर्ष 2018 में उनके 114वें जन्मदिन के अवसर को गूगल ने डूडल बना कर मनाया।

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केके (गायक)

केके (गायक) KK (Singer)
कृष्णकुमार कुन्नथ ( जन्म: 23 अगस्त 1970), केके के रूप में भी जाने जाते है| वे एक भारतीय पार्श्व गायक है| वह हिंदी, तेलुगु, मलयालम, कन्नड़ और तमिल फिल्मों में एक प्रमुख गायक है| उनका जन्म त्रिश्शूर, केरल में सीएस नायर और कनाकवाल्ली, एक मलयाली जोड़े, को हुआ| कृष्णकुमार कुन्नाथ नई दिल्ली में पले बढे| उनके बॉलीवुड ब्रेक से पहले उन्होंने 3,500 विज्ञापन गीत गाया| वे दिल्ली के माउंट सेंट मैरी स्कूल के एक पूर्व छात्र है| उन्होंने 1999 क्रिकेट विश्व कप के दौरान भारतीय क्रिकेट टीम के समर्थन के लिए "जोश ऑफ़ इंडिया" गाना गाया| इस के बाद, उन्होंने पल नामक एलबम निकला जिसे सर्वश्रेष्ठ सोलो एल्बम के लिए स्टार स्क्रीन पुरस्कार मिला| इस एल्बम के दो गाने 'पल' और 'यारों' काफी लोकप्रिय थे|

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कुमार गंधर्व

कुमार गंधर्व Kumar Gandharva
कुमार गंधर्व के नाम से प्रसिद्ध शिवपुत्र सिद्धराम कोमकाली को सन 1977 में भारत सरकार द्वारा कला के क्षेत्र में पद्म भूषण से सम्मानित किया गया था। वह मध्य प्रदेश से हैं। पाँच वर्ष की आयु से ही उनमें संगीत प्रतिभा के संकेत दिखने लगे थे और दस वर्ष की आयु में वो मंच पर गाने लगे थे। ग्यारह वर्ष की आयु में उनके पिता ने उन्हें संगीत की शिक्षा के लिए सुप्रसिध शास्त्रीय संगीत के प्राध्यापक, बी आर देओधर के पास भेज दिया। गंधर्व की संगीत के ज्ञान और कुशलता में प्रगति इतनी तीव्र थी कि बीस की उम्र आते आते वे ख़ुद ही अपने संगीत विद्यालय में संगीत सिखाने लगे। उनके आलोचकों ने भी उनको संगीत के क्षेत्र का एक उभरता हुआ सितारा मानना शुरू कर दिया।

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लकी अली

लकी अली Lucky Ali
लकी अली, असली नाम "मकसूद अली ", एक भारतीय गायक-गीतकार, संगीतकार और अभिनेता है। अली बॉलीवुड के मशहूर सितारे महमूद के दूसरे बेटे हैं।अली ने भारतीय संगीत दृश्य पर आत्मात्मक एल्बम सुनोह के साथ अपनी शुरुआत की, जिसने उन्हें गायक के रूप में स्थापित किया। इस एल्बम ने 1996 में "स्क्रीन अवार्ड्स" में सर्वश्रेष्ठ पॉप पुरुष वोकलिस्ट और 1997 में चैनल वी. के "व्यूअर चॉइस अवॉर्ड" सहित भारतीय संगीत में कई शीर्ष पुरस्कार जीते।

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एम बालमुरलीकृष्ण

एम बालमुरलीकृष्ण M. Balamuralikrishna
मंगलमपल्ली बालामुरली कृष्णा एक कर्नाटक गायक, बहुवाद्ययंत्र-वादक और एक पार्श्वगायक हैं। एक कवि, संगीतकार के रूप में उनकी प्रशंसा की जाती है और कर्नाटक संगीत के ज्ञान के लिए उन्हें सम्मान दिया जाता है। बालामुरलीकृष्ण के संगीत कार्यक्रमों में मनोरंजन मूल्य के लिए लोकप्रिय मांग के साथ परिष्कृत सुर कौशल और शास्त्रीय संगीत के तालबद्ध पैटर्न का मेल देखा जाता है। बालामुरली कृष्ण को अमेरिका, कनाडा, ब्रिटेन, इटली, फ्रांस, रूस, श्रीलंका, मलेशिया, सिंगापुर, मध्य पूर्व और अन्य सहित कई देशों में संगीत कार्यक्रम के लिए आमंत्रित किया गया है। जबकि उसकी मातृभाषा तेलुगू है, वे न केवल तेलुगू, बल्कि कन्नड़, संस्कृत, तमिल, मलयालम, हिन्दी, बंगाली, पंजाबी सहित कई भाषाओं में गाते हैं।

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महेंद्र कपूर

महेंद्र कपूर Mahendra Kapoor
महेन्द्र कपूर हिन्दी फ़िल्मों के एक प्रसिद्ध पार्श्वगायक थे। उन्होंने बी आर चोपड़ा की फिल्मों हमराज़, गुमराह, धूल का फूल, वक़्त, धुंध में विशेष रूप से यादगार गाने गाए। संगीतकार रवि ने इनमें से अधिकाश फ़िल्मों में संगीत दिया। 1968 में उपकार के बहुचर्चित गीत मेरे देश की धरती सोना उगले के लिए उन्हें सर्वश्रेष्ठ पा‌र्श्व गायक का पुरस्कार मिला था। इस महत्वपूर्ण सम्मान के अलावा उन्हें 1963 में गुमराह के गीत चलो एक बार फिर से अजनबी बन जाएं के लिए फिल्म फेयर पुरस्कार मिला था।

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मन्ना डे

मन्ना डे Manna Dey
मन्ना डे, जिन्हें प्यार से मन्ना दा के नाम से भी जाना जाता है, फिल्म जगत के एक सुप्रसिद्ध भारतीय पार्श्व गायक थे। उनका वास्तविक नाम प्रबोध चन्द्र डे था। मन्ना दा ने सन् 1942 में फ़िल्म तमन्ना से अपने फ़िल्मी कैरियर की शुरुआत की और 1942 से 2013 तक लगभग 3000 से अधिक गानों को अपनी आवाज दी। मुख्यतः हिन्दी एवं बंगाली फिल्मी गानों के अलावा उन्होंने अन्य भारतीय भाषाओं में भी अपने कुछ गीत रिकॉर्ड करवाये।

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महेश काले

महेश काले Mahesh Kale
महेश काले (जन्म 12 जनवरी 1976) एक भारतीय शास्त्रीय गायक हैं, जो भारतीय शास्त्रीय (हिंदुस्तानी), अर्ध-शास्त्रीय, भक्ति संगीत सहित नाट्य संगीत में विशेषज्ञता के लिए प्रसिद्ध हैं। महेश काले ने, फिल्म कटीर कलजत घूसली में शास्त्रीय कृति के लिए सर्वश्रेष्ठ पार्श्व गायक के रूप में 63 वां राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार जीतने के बाद, खुद को नई पीढ़ी के भारतीय शास्त्रीय संगीत के चेहरे के रूप में मजबूती से स्थापित किया है। वे पंडित जितेंद्र अभिषेकी के शिष्य हैं।

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मीका सिंह

मीका सिंह MIKA SINGH
अमरीक सिंह (जन्म:10 जून 1977) यागान जिन्हें इनके अन्य नाम मिका से अधिक जाना जाता है, एक भारतीय पॉप गायक व रैपर है व इन्होने कई बंगाली फ़िल्मों में भी अपनी आवाज़ दी है। वे एक बेहद लोकप्रिय पंजाबी गायक है। उन्होंने कई बॉलीवुड फ़िल्मों में गाने गाए है जिनमे सिंह इज़ किंग और जब वी मेट शामिल है।

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मोहम्मद अजीज

मोहम्मद अजीज Mohammed Aziz
मुहम्मद अज़ीज़ भारतीय सिनेमा में पार्श्व गायक थे जिन्होंने मुख्यतः बंगाली और ओडिआ फ़िल्मों में गाने गाये।

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मोहम्मद इरफान अली (गायक)

मोहम्मद इरफान अली (गायक) Mohammed Irfan Ali (Singer)
मोहम्मद इरफान अली; एक भारतीय पार्श्वगायक हैं| इरफान का जन्म गंगोली में हुआ था और उन्होंने अपनी पढ़ाई ऑल सेंट्स हाई स्कूल, हैदराबाद में पूरी की। उनके शिक्षक रामचारी ने इरफ़ान की प्रतिभा को पहचाना और उन्हें संगीत में प्रशिक्षित किया। वह वार्षिक आयोजनों में प्रदर्शन करने के लिए अपना स्कूल पूरा करने के बाद वापस आते थे।

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पी जयचंद्रन

पी जयचंद्रन P. Jayachandran
पी जयचंद्रन के नाम से मशहूर पलियाथ जयचंद्रकुट्टन केरल के एक भारतीय पार्श्व गायक और शास्त्रीय संगीतकार हैं। जयचंद्रन को अपनी मोहक आवाज के लिए जाना जाता है जिसने उन्हें दक्षिण भारत की संगीत बिरादरी द्वारा भाव गायन का खिताब दिया।

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ओमकारनाथ ठाकुर

ओमकारनाथ ठाकुर Omkarnath Thakur
ओंकारनाथ ठाकुर (1897–1967) भारत के शिक्षाशास्त्री, संगीतज्ञ एवं हिन्दुस्तानी शास्त्रीय संगीतकार थे। उनका सम्बन्ध ग्वालियर घराने से था। उन्होने वाराणसी में महामना पं॰ मदनमोहन मालवीय के आग्रह पर बनारस हिन्दू विश्वविद्यालय में संगीत के आचार्य पद की गरिमा में वृद्धि की। वे तत्कालीन संगीत परिदृष्य के सबसे आकर्षक व्यक्तित्व थे। पचास और साठ के दशक में पण्डितजी की महफ़िलों का जलवा पूरे देश के मंचों पर छाया रहा। पं॰ ओंकारनाथ ठाकुर की गायकी में रंजकता का समावेश तो था ही, वे शास्त्र के अलावा भी अपनी गायकी में ऐसे रंग उड़ेलते थे कि एक सामान्य श्रोता भी उनकी कलाकारी का मुरीद हो जाता। उनका गाया वंदेमातरम या 'मैया मोरी मैं नहीं माखन खायो' सुनने पर एक रूहानी अनुभूति होती है।

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पापोन

पापोन Papon
अंगराग महंत, जिन्हें मुख्यत: उनके उपनाम पापोन के नाम से जाना जाता है, भारत के राज्य असम से आने वाले एक गायक, संगीतकार और रिकार्ड निर्माता हैं। एनडीटीवी गुड टाइम्स के साथ हुए एक साक्षातकार में पापोन ने कहा था कि वो दुनिया भर की यात्रा करना और दुनिया के विभिन्न संगीत समारोहों में प्रस्तुति देना चाहते है। वह दुनिया भर के विभिन्न संगीतकारों से मिल कर दुनिया भर के विभिन्न इलाकों के संगीत को सीखना और इन प्रतिभावान संगीतकारों के साथ मिलकर अद्भुत और सुंदर संगीत रचना करना चाहते हैं। पापोन द्वारा रचित उनका अधिकांश शुरुआती संगीत प्रचलित संगीत से पूरी तरह से अलग था। यह पूर्वी लोक संगीत था और मुख्यत: असमिया भाषा में था। उनके द्वारा रचित पहला हिन्दी एलबम 'द स्टोरी सो फार' था।

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रूपकुमार राठौड़

रूपकुमार राठौड़ Roopkumar Rathod
रूप कुमार राठौड़ एक भारतीय संगीत निर्देशक और पार्श्व गायक हैं, उनकी यात्रा तबला वादक के रूप में शुरू हुई और 1980 के दशक में लगभग सभी ग़ज़ल गायकों द्वारा उनकी मांग की गई। पार्श्व गायन के साथ उनकी कोशिश वर्ष 1989 में फिल्म 'गुमराह' के लक्ष्मीकांत प्यारेलाल द्वारा रचित गीत 'मैं तेरा आशिक हूं' से शुरू हुई।

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राहुल देशपांडे

राहुल देशपांडे Rahul Deshpande
राहुल देशपांडे पुणे, भारत के एक भारतीय शास्त्रीय संगीत गायक हैं। वह वसंतराव देशपांडे के पोते हैं, राहुल ने ज़ी मराठी के लोकप्रिय रियलिटी टीवी शो "सा रे गा मा पा - लिटिल चैंप्स" और ज़ी युवा के "संगीत सम्राट पैरा 2" को जज किया है।

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पुत्तूर नरसिम्हा नायक

श्री पुत्तुर नरसिम्हा नायक कर्नाटक के एक कन्नड़ और कोंकणी गायक और गायक हैं। वह भक्ति गीत, मुख्यतः हरिदास रचनाएँ और कर्नाटक शास्त्रीय संगीत गाते हैं। अपने श्रेय के लिए, उन्होंने कन्नड़ में, मुख्य रूप से भक्ति गीत और कीर्तन में पुरंदर दारा, कनक दास द्वारा गाया है और दुनिया भर में कई सार्वजनिक संगीत कार्यक्रम दिए हैं। उनका "पावमाना जगदा प्राण" एल्बम बेहद लोकप्रिय था।

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राशिद खान (गायक)

राशिद खान (गायक) Rashid Khan (Singer)
उस्ताद राशिद खान एक भारतीय शास्त्रीय संगीत के कलाकार हैं। ये रामपुर-सहास्वन घराबे से हैं। इन्हे पद्म श्री वा संगीत नाटक अकादमी पुरस्कार मिल चुका है। कई संस्करणों में बताई गई कहानी में, पंडित भीमसेन जोशी ने एक बार टिप्पणी की थी कि राशिद खान "भारतीय मुखर संगीत के भविष्य के लिए आश्वासन" था। उन्हें 2006 में पद्म श्री, साथ ही संगीत नाटक अकादमी पुरस्कार से सम्मानित किया गया था।

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एस० ए० राजकुमार

एस. ए. राजकुमार एक भारतीय फिल्म संगीत निर्देशक हैं, जो चेन्नई, तमिलनाडु के निवासी हैं। उन्होंने कई दक्षिण भारतीय फिल्मों के लिए तमिल, तेलुगु, मलयालम और कन्नड़ भाषाओं में संगीत तैयार किया है। हल्की-फुल्की धुनों को अक्सर उनकी फितरत माना जाता है।

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एस.पी. बालसुब्रह्मण्यम

एस.पी. बालासुब्रह्मण्यम S. P. Balasubrahmanyam
श्रीपति पण्डितराध्युल बालसुब्रमण्यम एक भारतीय पार्श्वगायक, अभिनेता, संगीत निर्देशक, गायक और फ़िल्म निर्माता हैं। उन्हें कभी-कभी एसपीबी अथवा बालु के नाम से भी जाना जाता है।उन्हें कभी-कभी एसपीबी अथवा बालु के नाम से भी जाना जाता है। उन्होंने छः बार सर्वश्रेष्ठ पार्श्वगायक के लिए राष्ट्रीय फ़िल्म पुरस्कार और आन्ध्र प्रदेश सरकार द्वारा 25 बार तेलुगू सिनेमा में नन्दी पुरस्कार भी जीता। उनका निधन 25 सितंबर 2020 को हुआ।

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शंकर महादेवन

शंकर महादेवन Shankar Mahadevan
शंकर महादेवन एक भारतीय गायक है और शंकर-एहसान-लॉय तिहरी का हिस्सा है। शंकर महादेवन को चार बार राष्ट्रीय फ़िल्म पुरस्कार, जिसमें तीन बार सर्वश्रेष्ठ पुरुष पार्श्वगायक के लिए और एक बार सर्वश्रेष्ठ संगीत निर्देशक के लिए दिया जा चुका है। सन 2019 में उन्हें भारत सरकार ने पद्म श्री से सम्मानित किया। महादेवन ने शंकर महादेवन अकादमी की स्थापना की, जो दुनिया भर के संगीत के छात्रों को ऑनलाइन भारतीय संगीत सीखाता है। 2015 में, उन्होंने मराठी फ़िल्म कटयार कलजात घुसली में एक अभिनेता के रूप में पहली बार अभिनय करते नजर आये थे, जो कि 1960 के दशक के प्रशिध्द नाटक का रूपांतर था। उन्होंने तमिल, मराठी, हिंदी, कन्नड़ और अंग्रेजी भाषा में गीत गाये है। उनका पहला एलबम "ब्रीथलेस" था, जिसमें उन्होंने एक सांस मेँ गाने गाये थे।

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तलत महमूद

तलत महमूद Talat Mahmood
तलत महमूद एक भारतीय गायक तथा अभिनेता थे। अपनी थरथराती आवाज़ से मशहूर उनको गजल की दुनिया का राजा भी कहा जाता है। सोलह साल की उम्र में तलत को कमल दासगुप्ता का गीत सब दिन एक समान नहीं गाने का मौका मिला। यह गीत प्रसारित होने के बाद लखनऊ में बहुत लोकप्रिय हुआ। लगभग एक साल के भीतर, प्रसिद्ध संगीत रेकॉर्डिंग कम्पनी एच एम वी की टीम कलकत्ता से लखनऊ आई और पहले उनके दो गाने रेकॉर्ड किये गए। उनके चलने के बाद तलत के चार और गाने रेकॉर्ड किए गए जिसमें ग़ज़ल तस्वीर तेरी दिल मेरा बहला न सकेगी भी शामिल थी। यह ग़ज़ल बहुत पसन्द की गई और बाद में एक फिल्म में शामिल भी की गई।

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सचिन देव बर्मन

सचिन देव बर्मन S. D. Burman
एस॰ डी॰ बर्मन के नाम से विख्यात सचिन देव वर्मन हिन्दी और बांग्ला फिल्मों के विख्यात संगीतकार और गायक थे। उन्होंने अस्सी से भी ज़्यादा फ़िल्मों में संगीत दिया था। उनकी प्रमुख फिल्मों में मिली, अभिमान, ज्वैल थीफ़, गाइड, प्यासा, बंदनी, सुजाता, टैक्सी ड्राइवर जैसी अनेक इतिहास बनाने वाली फिल्में शामिल हैं।

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विशाल दादलानी

विशाल दादलानी Vishal Dadlani
विशाल दादलानी एक भारतीय गायक ,म्यूज़िक रिकॉर्ड निर्माता, रचनाकार है। अब तक विशाल दादलानी लगभग 300 से 400 गाने जा चुके है। इनका जन्म मुम्बई में सन 28 जून 1973 को हुआ था। इन्हें बचपन से ही संगीत से विशेष लगाव था इस कारण इनके माता-पिता भी बहुत प्रेम करते थे। विशाल का जन्म एक सिंधी परिवार में हुआ था जो मुम्बई महाराष्ट्र में रहते थे। ये एक स्वयं सीखे संगीतकार है और ये रॉक ,इलेक्ट्रॉनिका तथा हिप-हॉप शैली में गायन करते हैं। इन्होंने अपनी शिक्षा हिल ग्रेंज हाई स्कूल से शुरू की थी

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सुरेश वाडकर

सुरेश वाडकर Suresh Wadkar
सुरेश वाडकर(जन्म 7 अगस्त 1955) एक भारतीय पार्श्वगायक हैं। वे मुख्यतः हिन्दी और मराठी फिल्मों में गाते हैं। इसके अलावा, उन्होंने, कई भोजपुरी, कोंकणी और ओड़िया गाने भी गाए हैं। उनका जन्म वर्ष 1955 में कोल्हापुर में हुआ था। फिल्मों में गाने के अलावा वे शास्त्रीय संगीत में भी रुचि रखते हैं। वर्ष 2011 में उन्हें श्रेष्ठ पार्श्वगायक की श्रेणी में राष्ट्रीय फ़िल्म पुरस्कार से नवाज़ा गया था।

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यो यो हनी सिंह

यो यो हनी सिंह yo yo honey singh
'हनी सिंह जिन्हें यो! यो! हनी सिंह के नाम से भी जाना जाता है) एक भारतीय पंजाबी भाषा रैप गायक, संगीतकार, गायक और फिल्म अभिनेता हैं। हनी सिंह ने अपने कार्यकाल की शुरुआत एक सत्र और रिकॉर्डिंग कलाकार के तौर पर 2004 में की थी और जल्द ही वह एक भांगड़ा संगीतकार बन गए। हनी सिंह ने अपना हाथ बॉलीवुड में भी आज़माया है। रैप गायन इन्होने इंगलैंड के ट्रिनिटी विश्वविद्दालय (स्कूल ऑफ ट्रिनिटी) में सीखा था।

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जुबिन गर्ग

Zubeen Garg
जुबिन गर्ग (असमिया: জুবিন গাৰ্গ, बांग्ला: জুবিন গার্গ) (born 18 November 1972) भारतीय प्रसिद्ध और असम के सबसे बड़ा गायक, अभिनेता, संगीतकार, और गीतलेखक हैं। जुबिन ने असमिया, हिन्दी, बंगाली, कन्नड़, उड़िया, तमिल, तेलेगु, पंजाबी, नेपाली, मराठी और मलयालम फ़िल्मों में भी गा चुके हैं। वे असम के जोरहाट से हैं। जुबिन गर्ग को असम और पश्चिम बंगाल में एक रॉकस्टार माना जाता है।

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विनायक तोरवी

विनायक टोरवी Vinayak Torvi

पंडित विनायक मल्हारराव तोरवी, (जन्म 4 सितंबर 1948) एक भारतीय शास्त्रीय गायक हैं। वह ग्वालियर और किराना घरानों (गायन शैली) से संबंधित हैं। पंडित जी का करियर 1960 में शुरू हुआ, क्योंकि उन्होंने संगीत समारोहों में प्रदर्शन करना शुरू किया और विभिन्न राज्य और राष्ट्रीय स्तर की संगीत प्रतियोगिताओं में जीत हासिल की। 1970 के दशक की शुरुआत में उन्होंने कर्नाटक विश्वविद्यालय धारवाड़ से संगीत में स्नातक की उपाधि प्राप्त की। 1976 में पंडित जी ऑल इंडिया रेडियो के ग्रेडेड आर्टिस्ट बन गए।

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उल्हास काशलकर

उल्हास काशलकर Ulhas Kashalkar
पंडित उल्हास काशलकर (Pandit Ulhas N Kashalkar) (जन्म 14 जनवरी 1955) एक हिंदुस्तानी शास्त्रीय गायक है। उन्होंने ग्वालियर, जयपुर और आगरा घरानों में पहले से प्रशिक्षण प्राप्त किया है और वह इन तीनों स्कूलों के प्रतिनिधि के रूप में माने जाते है। भारत सरकार ने उन्हें 2010 में देश के चौथे उच्चतम नागरिक पुरस्कार पद्म श्री से सम्मानित किया था।

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संजीव अभयंकर

संजीव अभयंकर Sanjeev Abhyankar
पंडित संजीव अभ्यंकर मेवाती घराना के एक हिंदुस्तानी शास्त्रीय संगीत गायक हैं। 1999 में उन्होंने अपने हिंदी फिल्म गॉडमदर के गीत सुनो रे भाइला में सर्वश्रेष्ठ पुरुष पार्श्वगायक के लिए राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार जीता। और शास्त्रीय कला के क्षेत्र में निरंतर उत्कृष्टता के लिए मध्य प्रदेश सरकार से कुमार गंधर्व राष्ट्रीय पुरस्कार 2008 में भी जीता है।

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रवि शंकर

रवि शंकर Ravi Shankar

पण्डित रवि शंकर (रवीन्द्र शंकर चौधरी, 7 अप्रैल 1920, बनारस - 11 दिसम्बर 2012) एक सितार वादक और संगीतज्ञ थे। उन्होंने विश्व के कई मह्त्वपूर्ण संगीत उत्सवों में हिस्सा लिया है। उनके युवा वर्ष यूरोप और भारत में अपने भाई उदय शंकर के नृत्य समूह के साथ दौरा करते हुए बीते।

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उस्ताद अब्दुल करीम खान

उस्ताद अब्दुल करीम खान Ustad Abdul Karim Khan
उस्ताद अब्दुल करीम खाँ (1872-1937) बीसवीं सदी में किराना शैली के सर्वाधिक महत्वपूर्ण भारतीय संगीतज्ञ थे। इन्हें किराना घराने का वास्तविक संस्थापक माना जाता है। उस्ताद करीम खाँ कर्णाटक संगीत शैली में भी पारंगत थे। इनका मैसूर दरबार से गहरा संबंध था। उन्होंने संगीत जगत को कई कलाकार दिए जैसे हीराबाई बडोदकर, सरस्वती राने,रोशनआरा बेगम ,सुरेश बाबू माने ,पंडित रामभाई ,बहरे बूआ आदी.

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तानसेन

तानसेन Tansen
तानसेन या रामतनु हिन्दुस्तानी शास्त्रीय संगीत के एक महान ज्ञाता थे। उन्हे सम्राट अकबर के नवरत्नों में भी गिना जाता है। तानसेन (सी। 1493/1500 - 1586), जिन्हें तन सेन या रामतनु के नाम से भी जाना जाता है, हिंदुस्तानी शास्त्रीय संगीत की एक प्रमुख हस्ती थे। एक हिंदू परिवार में जन्मे, उन्होंने आधुनिक मध्य प्रदेश के उत्तर-पश्चिम क्षेत्र में अपनी कला को सीखा और सिद्ध किया। उन्होंने अपने करियर की शुरुआत की और अपना अधिकांश वयस्क जीवन रीवा के हिंदू राजा, राजा रामचंद्र सिंह (आर। 15555-1592) के दरबार और संरक्षण में बिताया, जहाँ तानसेन की संगीत क्षमताओं और अध्ययनों ने व्यापक प्रसिद्धि प्राप्त की।

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बब्बू मान

बब्बू मान Babbu Maan
तेजिंदर सिंह मान, जो बब्बू मान के नाम से प्रचलित हैं, एक पंजाबी गायक-गीतकार, अभिनेता और फिल्म निर्माता हैं। 1999 से अब तक उन्होंने आठ स्टूडियो एलबम और छह संकलन एल्बम जारी किए हैं; पंजाबी फिल्मों में अभिनय किया है; और क्षेत्रीय और बॉलीवुड फिल्म संगीत में काफी योगदान दिया है। मान पंजाब के बाहर आधारित एक गैर-लाभकारी संगठन, वन होप, वन चांस, के राजदूत भी हैं।

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बाबुल सुप्रियो

बाबुल सुप्रियो Baabul Supriyo
बाबुल सुप्रिय एक भारतीय पार्श्वगायक, जीवन्त कलाकार, टेलीविजन होस्ट, अभिनेता, राजनेता और आसनसोल से संसद के सदस्य हैं।

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कार्तिक (गायक)

कार्तिक एक भारतीय पार्श्व गायक हैं। कार्तिक ने अपने पेशेवर करियर की शुरुआत एक बैकिंग गायक के रूप में की थी और तब से एक पार्श्व गायक के रूप में काम कर रहे हैं। उन्होंने तमिल, तेलुगु, मलयालम, कन्नड़, ओडिया, बंगाली और हिंदी सहित कई भाषाओं में गाया है।

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विजय प्रकाश

विजय प्रकाश Vijay Prakash
विजय प्रकाश एक भारतीय गायक और संगीत संगीतकार हैं। उन्होंने हिंदी फिल्मों जैसे ब्लू, युवराज, स्वदेस, काल, लक्ष्य, मातृभूमि, तेरे नाम, चेनी कुम, रावन और फोर्स के लिए अपनी आवाज दी है। उन्होंने कन्नड़, तमिल, तेलुगु, मलयालम और मराठी फिल्मों में भी अभिनय किया है।

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दलेर मेहँदी

दलेर मेहँदी Daler Mehandi
दलेर मेहंदी भारत के पंजाब प्राँत के विख्यात लोक संगीत, भांगडा व पॉप गायक हैं। इन्होंने भांगड़ा को अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर लोकप्रिय करने में अहम भूमिका निभाई| दलेर मेहंदी का जन्म पटना, बिहार में हुआ था।

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रफ़्तार

रफ़्तार Raftaar
दिलिन नायर ,(दिल्ली, भारत में 16 नवंबर को जन्म) एक भारतीय रैपर/ गायक हैं। प्रायः ये अपने मंच नाम रफ़्तार या RAA से जाने जाते हैं। यह पूर्व में यो यो हनी सिंह द्वारा गठित शहरी संगीत समूह माफिया मुंडेर के एक सदस्य थे। ये समूह से अलग हो गए, और पंजाबी बैंड आरडीबी से तीन रिकॉर्ड्स के लिए हस्ताक्षर करने के बाद ये सुर्ख़ियों में आ गए।इन्होंने रेप किंग बोहेमिया से मिलकर एक बड़ा मुकाम हासिल किया।

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ब्रोधा वी

ब्रोधा वी Brodha V
विघनेश शिवानंद, जिन्हें उनके मंच नाम ब्रोधा वी से बेहतर जाना जाता है, एक भारतीय हिप-हॉप कलाकार, गीतकार, रैपर और संगीत निर्माता हैं। तमिलनाडु के कांचीपुरम में जन्मे, बैंगलोर के कलाकार ने 18 साल की उम्र में रैप करना शुरू |

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डिवाइन (रैपर)

डिवाइन (रैपर) Divine (Rapper)
विवियन फर्नांडिस, जिसे उनके मंच नाम DIVINE से बेहतर जाना जाता है, मुंबई, महाराष्ट्र, भारत के एक भारतीय रैपर हैं। उन्होंने अपने गीत '' ये मेरा बॉम्बे 'की रिलीज़ के बाद लोकप्रियता हासिल करना शुरू कर दिया। वह नैस, एमिनेम, बिग एल, ट्यूपैक और राकिम जैसे अमेरिकी रैपर्स को अपनी मुख्य प्रेरणा के रूप में उद्धृत करता है।

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आर.डी. बर्मन

आर.डी. बर्मन R.D. Burman
राहुल देव बर्मन हिन्दी फिल्मों के एक प्रसिद्ध संगीतकार थे। इन्हें पंचम या 'पंचमदा' नाम से भी पुकारा जाता था। मशहूर संगीतकार सचिन देव बर्मन व उनकी पत्नी मीरा की ये इकलौती संतान थे। अपनी अद्वितीय सांगीतिक प्रतिभा के कारण इन्हें विश्व के सर्वश्रेष्ठ संगीतकारों में एक माना जाता है। माना जाता है कि इनकी शैली का आज भी कई संगीतकार अनुकरण करते हैं।

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दर्शन रावल

Darshan Raval
दर्शन रावल (जन्म 18 अक्टूबर 1994) एक भारतीय गायक और संगीतकार हैं । उनका जन्म अहमदाबाद, [[गुजरात]], भारत में हुआ था । उनकी पहली ऑन-स्क्रीन उपस्थिति रियलिटी शो इंडियाज रॉ स्टार में थी ।

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पंकज उधास

पंकज उधास  Pankaj Udhas
पंकज उधास (जन्म 17 मई 1951) भारत के एक गज़ल गायक हैं। भारतीय संगीत उद्योग में उनको तलत अजीज़ और जगजीत सिंह जैसे अन्य संगीतकारों के साथ इस शैली को लोकप्रिय संगीत के दायरे में लाने का श्रेय दिया जाता है। उधास को फिल्म नाम में गायकी से प्रसिद्धि मिली, जिसमें उनका एक गीत चिठ्ठी आई है काफी लोकप्रिय हुआ था। उसके बाद से उन्होंने कई फिल्मों के लिए एक पार्श्व गायक के रूप में अपनी आवाज दी है। इसके अतिरिक्त उन्होंने कई एल्बम भी रिकॉर्ड किये हैं और एक कुशल गज़ल गायक के रूप में पूरी दुनिया में अपनी कला का प्रदर्शन करते हैं। 2006 में पंकज उधास को पद्मश्री से सम्मानित किया गया।

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कृष्णा (रैपर)

कृष्णा (रैपर) Kr$na (Rapper)
कृष्णा कौल को मंच नाम कृष्णा और पूर्व में Prozpekt के रूप में जाना जाता है, एक रैपर और नई दिल्ली, भारत से गीतकार हैं।

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शब्बीर कुमार

शब्बीर कुमार एक भारतीय पार्श्व गायक हैं, जो हिंदी सिनेमा में अपने काम के लिए उल्लेखनीय हैं। शब्बीर कुमार (जन्म 26 अक्टूबर 1954) एक भारतीय पार्श्व गायक हैं, जो हिंदी सिनेमा में अपने काम के लिए उल्लेखनीय हैं। शब्बीर कुमार ने बड़ौदा में अपने संगीत कैरियर की शुरुआत की, लेकिन भारत के अग्रणी और प्रमुख ऑर्केस्ट्रा द्वारा चुने गए मेलोडी मेकर्स द्वारा चुने जाने के बाद सुर्खियों में आए, जो मुख्य रूप से पुणे और मुंबई में प्रदर्शन किया।

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सुदेश भोंसले

सुदेश भोंसले Sudesh Bhonsle
सुदेश भोंसले एक भारतीय पाश्व गायक है। इनका जन्म एन आर भोंसले और श्रीमती सुमनताय भोंसले के घर हुआ। सुदेश भोंसले को उनकी अमिताभ बच्चन के गानो के लिये जाना जाता है। सुदेश भोंसले को पहला अवसर फिल्म जलजला (1988) के पार्शव गायन मे मिला। व्यवसायिक तोर पर इन्होने कई साल सन्जीव कुमार और अनिल कपुर के लिये मिमिक्री आर्टिस्ट के तौर पर डबिन्ग की। इनको पहली सफलता अमिताभ बच्चन अभिनित फिल्म हम (1990) के गाने 'जुम्मा चुम्मा दे दे' से मिली।

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विनोद राठौड़

विनोद राठौड़ Vinod Rathod
विनोद राठौड़ भारतीय गायक हैं जो हिन्दी फ़िल्मों में अपने गायन के लिये प्रसिद्ध हैं। 1992 की फ़िल्म दीवाना से उन्हें प्रसिद्धि मिली थी। फिर उन्होंने कई फिल्मों में गीत गाये जो सफल रहे:- खलनायक, लाड़ला, द जेंटलमैन, दीवाना मस्ताना, चाहत, दुल्हे राजा, चल मेरे भाई, मुन्ना भाई एम बी बी एस, लगे रहो मुन्ना भाई, आदि। अल्का यागनिक और साधना सरगम उनकी ज्यादातर साथी रही।

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रब्बी शेरगिल

रब्बी शेरगिल Rabbi Shergil
रब्बी शेरगिल एक भारतीय संगीतकार हैं जो अपनी प्रथम एल्बम रब्बी और 2005 के सर्वश्रेष्ठ गीत "बुल्ला की जाना" के लिए जाने जाते हैं। रब्बी शेरगिल (जन्म का नाम गुरप्रीत सिंह शेरगिल, 1973) एक भारतीय संगीतकार हैं जो अपनी प्रथम एल्बम रब्बी और 2005 के सर्वश्रेष्ठ गीत "बुल्ला की जाना" के लिए जाने जाते हैं। उनके संगीत का वर्णन विभिन्न प्रकार के रॉक, बानी शैली की पंजाबी और सूफियाना, तथा अर्ध-सूफी अर्ध-लोकगीत जैसा संगीत जिसमे पाश्चत्य साजों की अधिकता हो, के रूप में किया जाता है। रब्बी को "पंजाबी संगीत का वास्तविक शहरी लोकगायक" कहा गया है।

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सिद्धार्थ महादेवन

सिद्धार्थ महादेवन Siddharth Mahadevan
सिद्धार्थ महादेवन एक भारतीय पार्श्वगायक और संगीत रचनाकार हैं जो भाग मिल्खा भाग के ज़िंदा नामक गाने से काफी लोकप्रिय हुए। सिद्धार्थ ने हिन्दी ही नहीं अपितु मराठी सिनेमा में भी काम किया है। सिद्धार्थ महादेवन के पिता शंकर महादेवन है जो कि खुद एक हिन्दी पार्श्वगायक है।

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नितिन मुकेश

नितिन मुकेश Nitin Mukesh
नितिन मुकेश भारतीय गायक है जो हिन्दी फ़िल्मों में अपने पार्शवगायन के लिये जाने जाते हैं। 1980-90 के दशकों में उन्होंने कई संगीतकार के साथ काम किया है:- खय्याम, लक्ष्मीकांत प्यारेलाल, बप्पी लाहिड़ी, राजेश रोशन, नदीम श्रवण, आनंद-मिलिंद। नितिन मुकेश के पुत्र है और उनके बेटे नील नितिन मुकेश अभिनेता है।

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अमित त्रिवेदी

अमित त्रिवेदी Amit Trivedi
अमित त्रिवेदी बॉलीवुड फ़िल्मों में कार्यरत एक भारतीय वादक, रिकार्ड निर्माता, गायक, संगीतकार, गीतकार हैं | थिएटर, विज्ञापनों, एवं गैर-फ़िल्मी एल्बमों में संगीतकार के रूप में कार्य करने के बाद हिंदी फिल्मों में संगीतकार के रूप में उनकी शुरुआत 2008 में फिल्म 'आमिर' से हुई। वर्ष 2009 में 'देव डी' में संगीत देने के लिए उन्हें अपार ख्याति के साथ ही उन्हें 2010 के 'सर्वश्रेष्ठ संगीतकार' का राष्ट्रीय पुरस्कार भी प्राप्त हुआ।

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बी. प्राक

बी. प्राक B Praak

प्रतीक बचन, जिन्हें उनके मंच नाम बी प्रैक से जाना जाता है, एक पंजाबी संगीत उद्योग से जुड़े हुए भारतीय गायक और संगीतकार हैं। उन्होंने संगीत निर्माता के रूप में अपना करियर शुरू किया| उन्होंने संगीत निर्माता के रूप में अपना करियर शुरू किया, और बाद में गायक के रूप में मान भार्या के साथ एक गीत के रूप में शुरुआत की।

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शेखर रवजियानी

शेखर रवजियानी Shekhar Ravjiani
शेखर रवजियानी एक भारतीय संगीत निर्देशक, रिकॉर्ड निर्माता, अभिनेता हैं। वह 1999 से बॉलीवुड कंपोज़ / प्रोड्यूस करने वाली जोड़ी विशाल - शेखर का आधा हिस्सा है। रवजियानी ने अपने करियर की शुरुआत विज्ञापन से की थी। उन्होंने सा रे गा मा पा के लिए ऑडिशन दिया और उनका चयन हो गया। फिर वह जोड़ी विशाल-शेखर का हिस्सा बन गई। दोनों ने कई बॉलीवुड गीतों का निर्माण किया और वे 2007 और 2010 में सा रे गा मा पा में जज थे। रवजियानी ने "तुझे भुला दिया", "बिन तेरे" और "मेहरबान" जैसे हिट ट्रैक गाए हैं।

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आदित्य नारायण

Aditya Narayan (Singer)
आदित्य नारायण एक भारतीय फिल्म अभिनेता, संगीतकार व गायक हैं, जो बॉलीवुड गायक उदित नारायण और दीपा नारायण के पुत्र हैं। इन्होंने पहले रंगीला नामक फिल्म में गाना गया था। उसके बाद 1995 में अपने पिता के साथ "अकेले हम और अकेले तूम" में काम किया।

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शैलेंद्र सिंह

शैलेंद्र सिंह एक भारतीय पार्श्व गायक और अभिनेता हैं। उन्होंने 1970 के दशक और 1980 के दशक की शुरुआत में कई हिंदी और कुछ मराठी गीत गाए।शैलेन्द्र सिंह ने कई हिट गाने अपने क्रेडिट में दिए थे। राज कपूर ने सिंह को तब ब्रेक दिया जब उन्होंने बॉबी के लिए उन्हें साइन किया। "मैं शायर तो नहीं" गीत बड़ा हिट हुआ।

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नकाश अज़ीज़

नकाश अज़ीज़ Nakash Aziz
नकाश अज़ीज़ भारतीय पार्श्वगायक हैं जो मुख्यतः बॉलीवुड फिल्मों के लिए गाते हैं। उन्होंने हाइवे, रांझणा, रॉकस्टार, दिल्ली 6 और मैं हिंदी में फिल्मों के लिए संगीतकार ए आर रहमान की सहायता की है। उन्हें फैन से "जबरा फैन", "आर के सा फॉल सा" और "गंदी बात" जैसे गानों के प्लेबैक के लिए जाना जाता है।

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आर्को प्रावो मुखर्जी

आर्को प्रावो मुखर्जी Arko Pravo Mukherjee
आर्को प्रावो मुखर्जी 2012 से बॉलीवुड फिल्म उद्योग में काम कर रहे एक भारतीय संगीत निर्देशक हैं। जिस्म 2 इनकी संगीतकार और गीतकार के रूप में पहली फिल्म थी। आर्को प्रावो मुखर्जी का जन्म 19 मई 1983 को अपूर्बा कुमार मुखर्जी और महाश्वेता मुखर्जी के यहाँ कोलकाता, पश्चिम बंगाल में हुआ था। उन्होंने डॉन बॉस्को स्कूल, पार्क सर्कस, कोलकाता में स्कूल में पढ़ाई की।

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राजेश कृष्णन

Rajesh Krishnan

राजेश कृष्णन एक भारतीय पार्श्व गायक और फिल्म अभिनेता हैं। हालांकि उन्हें कन्नड़ फिल्मों में उनके काम के लिए जाना जाता है, उन्होंने कन्नड़, तेलुगु, तमिल, हिंदी और अन्य भाषाओं में गाया है।

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राहुल वैद्य

Rahul Vaidya (Singer)
राहुल वैद्य (मराठी: राहुल वैद्य; जन्म 23 सितम्बर 1987 को नागपुर, भारत में) एक भारतीय गायक है।

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अमाल मलिक

Amaal Mallik (Singer)
अमाल मलिक का जन्म एक संगीत परिवार के रहने वाले हिंदी फ़िल्म उद्योग में एक संगीतकार है। ये सरदार मलिक के पोते, दबू मलिक के बेटे और संगीतकार अनु मलिक के भतीजे है। अमाल 8 साल की उम्र में संगीत सीखना शुरू कर दिया था। इन्होंने अपने फ़िल्मी कैरियर की शुरुआत सलमान ख़ान की जय हो के साथ 2014 में शुरू किया फिर मलिक ने 2015 की कई बॉलीवुड फिल्में जैसे की रॉय, एक पहेली लीला, ऑल इज़ वैल, कैलेंडर गर्ल्स, हीरो, हेट स्टोरी 3 के लिए संगीत दिया।

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पीयूष मिश्रा

पीयूष मिश्रा 17

पीयूष मिश्रा (जन्म 13 जनवरी 1963) एक भारतीय नाटक अभिनेता, संगीत निर्देशक, गायक, गीतकार, पटकथा लेखक हैं। मिश्रा का पालन-पोषण ग्वालियर में हुआ और 1986 में उन्होंने दिल्ली स्थिति नेशनल स्कूल ऑफ़ ड्रामा से स्नातक की शिक्षा प्राप्त की। उन्होंने मकबूल, गुलाल, गैंग्स ऑफ वासेपुर जैसी फ़िल्मों में गाने गाये हैं | बॉलीवुड में ऐसे कलाकार कि उपस्थिति होना सौभाग्य कि बात है |

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बाबा सहगल

Baba Sehgal

हरजीत सिंह "बाबा" सहगल, एक भारतीय रैपर हैं। उन्हें दुनिया का पहला हिंदी रैप मेगास्टार माना जाता है। वह मनोरंजन उद्योग के कई अन्य क्षेत्रों में भी शामिल है, और कई अलग-अलग भाषाओं के मीडिया में काम करता है। वह 2006 में रियलिटी शो बिग बॉस में एक प्रतियोगी थे।

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