कौन कहता है की लड़किया कुछ कर नहीं सकती आपको मालूम होना चाहिए की लड़कियों ने इतिहास रच दिए है अगर आप लड़की है या नहीं फिर भी आप अपनी लाइफ में कुछ बेहतर करना चाहते है तो आप कर सकते है बस कुछ करने का जज्बा होना चाहिए।
आज के इस दौर में शायद ही कोई ऐसा क्षेत्र है जिसमें महिलाओं ने अपना शानदार परचम ना लहराया हो। हर साल भारत की आत्मविश्वासी और अदम्य महिलाएं विविध क्षेत्रों में शानदार सफलता अर्जित कर रही हैं। वे अपनी अद्भुत उपलब्धियो से देश को भी गौरवान्वित करती हैं। इन साहसी महिलाओं ने दुनिया को दिखा दिया है कि अगर वे ठान लें तो किसी भी क्षेत्र में सफलता प्राप्त कर सकती हैं चाहे वह विज्ञान, खेल, व्यवसाय, सिनेमा, साहित्य, कला, नागरिक सेवाएं या पुलिस सेवा हो या अन्य कोई क्षेत्र जहाँ पुरुषों का वर्चस्व रहा है। नीचे भारत की सबसे प्रेरणादायक महिलाओं की सूची दी गई है। हालांकि कई महिलाएं अपने-अपने क्षेत्र में सम्मान की पात्र हैं, लेकिन इन नामों ने अद्भुत कमाल किया है। इन्होने अविश्वसनीय प्रयास और संघर्ष किया है, निर्धारित रूढ़ियों को चकनाचूर किया है और अपनी खुद की एक पहचान बनाई है जो कभी ख़त्म नहीं होगी। इन्होंने अन्य भारतीय महिला के लिए मार्ग भी प्रशस्त किया है और लाखों लोगो को प्रेरित किया है।

सावित्रीबाई ज्योतिराव फुले (3 जनवरी 1831 – 10 मार्च 1897) भारत की प्रथम महिला शिक्षिका, समाज सुधारिका एवं मराठी कवयित्री थीं। उन्होंने अपने पति ज्योतिराव गोविंदराव फुले के साथ मिलकर स्त्री अधिकारों एवं शिक्षा के क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य किए। वे प्रथम महिला शिक्षिका थीं। उन्हें आधुनिक मराठी काव्य का अग्रदूत माना जाता है। 1852 में उन्होंने बालिकाओं के लिए एक विद्यालय की स्थापना की।

विजय लक्ष्मी पंडित भारत के पहले प्रधानमंत्री पंडित जवाहर लाल नेहरु की बहन थीं। भारत के स्वतंत्रता आंदोलन में विजय लक्ष्मी पंडित ने अपना अमूल्य योगदान दिया। इनका जन्म 18 अगस्त 1900 को गांधी-नेहरू परिवार में हुआ था। उनकी शि... अधिक पढ़ें

रानी लक्ष्मीबाई (जन्म: 19 नवम्बर 1828 – मृत्यु: 18 जून 1858) मराठा शासित झाँसी राज्य की रानी और 1857 की राज्यक्रांति की द्वितीय शहीद वीरांगना (प्रथम शहीद वीरांगना रानी अवन्ति बाई लोधी 20 मार्च 1858 हैं) थीं। उन्होंने सिर्फ़ 29 साल की उम्र में अंग्रेज़ साम्राज्य की सेना से युद्ध किया और रणभूमि में वीरगति को प्राप्त हुईं।

आनंदीबाई जोशी (31 मार्च 1865-26 फ़रवरी 1887) पुणे शहर में जन्मी पहली भारतीय महिला थीं, जिन्होंने डॉक्टरी की डिग्री ली थी। जिस दौर में महिलाओं की शिक्षा भी दूभर थी, ऐसे में विदेश जाकर डॉक्टरी की डिग्री हासिल करना अपने-आप में ए... अधिक पढ़ें

कल्पना चावला (17 मार्च 1962 - 1 फ़रवरी 2003), एक भारतीय अमरीकी अंतरिक्ष यात्री और अंतरिक्ष शटल मिशन विशेषज्ञ थी और अंतरिक्ष में जाने वाली प्रथम भारतीय महिला थी। वे कोलंबिया अन्तरिक्ष यान आपदा में मारे गए सात यात्री दल सदस्यों में से एक थीं।

महारानी ताराबाई (1675-1761) राजाराम महाराज की पहली पत्नी तथा छत्रपति शिवाजी महाराज के सरसेनापति हंबीरराव मोहिते की कन्या थीं। इनका जन्म 1675 में हुआ और इनकी मृत्यु 9 दिसंबर 1761 ई0 को हुयी। ताराबाई का पूरा नाम ताराबाई भोंसले था। राजा... अधिक पढ़ें

सिन्धुताई सपकाल अनाथ बच्चों के लिए समाजकार्य करनेवाली मराठी समाज कार्यकर्ता है। उन्होने अपने जीवन मे अनेक समस्याओं के बावजूद अनाथ बच्चों को सम्भालने का कार्य किया है। सिन्धुताई का जन्म 14 नवम्बर 1948, महाराष्ट्र के वर्धा ज... अधिक पढ़ें

मिताली राज भारतीय महिला क्रिकेट की कप्तान हैं। वे टेस्ट क्रिकेट मैच में दोहरा शतक बनाने वाली पहली महिला हैं। जून 2018 में, मिताली राज ट्वेन्टी-20 अंतर्राष्ट्रीय में 2000 रन बनाने वाले पहले भारतीय बल्लेबाज बनीं।

इन्दिरा प्रियदर्शिनी गाँधी ( उपनाम: नेहरू) (19 नवंबर 1917-31 अक्टूबर 1984) वर्ष 1966 से 1977 तक लगातार 3 पारी के लिए भारत गणराज्य की प्रधानमन्त्री रहीं और उसके बाद चौथी पारी में 1980 से लेकर 1984 में उनकी राजनैतिक हत्या तक भारत की प्रधानमंत्री रहीं। वे भारत की प्रथम और अब तक एकमात्र महिला प्रधानमंत्री रहीं।

हिमा दास एक भारतीय धावक हैं। वो आईएएएफ वर्ल्ड अंडर-20 एथलेटिक्स चैम्पियनशिप की 400 मीटर दौड़ स्पर्धा में स्वर्ण पदक जीतने वाली पहली भारतीय महिला खिलाड़ी हैं। हिमा ने 400 मीटर की दौड़ स्पर्धा में 51.46 सेकेंड का समय निकालकर स्वर्ण पदक जीता।

उषा मेहता (25 मार्च, 1920 - 11 अगस्त, 2000) ने भारत के स्वतंत्रता आंदोलन में सक्रिय भूमिका निभाई थी और स्वतंत्रता के बाद वह गांधीवादी दर्शन के अनुरूप महिलाओं के उत्थान के लिए प्रयासरत रही। वह भारत छोड़ो आंदोलन के समय खुफिया कांग्रेस रेडियो चलाने के कारण पूरे देश में विख्यात हुईं।

टेसी थॉमस (जन्म 1963) भारत की एक प्रक्षेपास्त्र वैज्ञानिक हैं। वे रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन में अग्नि चतुर्थ की परियोजना निदेशक एवं एरोनाटिकल सिस्टम्स की महानिदेशक थीं। भारत में प्रक्षेपास्त्र परियोजना का प्रबन्धन करने वाल... अधिक पढ़ें

डॉ॰ किरण बेदी (जन्म : 9 जून 1949) भारतीय पुलिस सेवा की सेवानिवृत्त अधिकारी, सामाजिक कार्यकर्ता, भूतपूर्व टेनिस खिलाड़ी एवं राजनेता हैं। सम्प्रति वे पुदुचेरी की उपराज्यपाल हैं। सन 1972 में भारतीय पुलिस सेवा में सम्मिलित होने वाली ... अधिक पढ़ें

अवनि चतुर्वेदी भारत की पहली महिला लड़ाकू पायलटों में से एक है। वह रीवा जिले से है जो मध्य प्रदेश में है। उन्हें अपनी दो साथियों- मोहन सिंह और भावना कंठ के साथ पहली बार लड़ाकू पायलट घोषित किया गया था। इन&nb... अधिक पढ़ें

लक्ष्मी अग्रवाल (जन्म 1 जून 1990) स्टॉप सेल एसिड और एक टीवी होस्ट के साथ एक भारतीय प्रचारक हैं। वह एक एसिड अटैक सर्वाइवर है और एसिड अटैक पीड़ितों के अधिकारों के लिए बोलती है। 2005 में 15 साल की उम्र में, एक 32 वर्षीय व्यक्ति गु... अधिक पढ़ें

मैंगते चंग्नेइजैंग मैरी कॉम (एम सी मैरी कॉम) का जन्म 1 मार्च 1983 को मणिपुर में हुआ। उनको खेल-कूद का शौक बचपन से ही था और उनके ही प्रदेश के मुक्केबाज डिंग्को सिंह की सफलता ने उन्हें मुक्केबाज़ बनने के लिए और प्रोत्साहित कर दिया।... अधिक पढ़ें

टेनिस स्टार के नाम से मशहूर सानिया मिर्ज़ा का जन्म 15 नवम्बर 1986 को मुम्बई, महाराष्ट्र में हुआ। सानिया मिर्ज़ा भारतीय टेनिस खिलाडी हैं। सानिया ने बहुत से रिकार्ड्स अपने नाम किये हैं। अपने कॅरियर की शुरुआत उन्होंने 1999 में... अधिक पढ़ें

शकुन्तला देवी (4 नवम्बर 1929 - 21 अप्रैल 2013) जिन्हें आम तौर पर "मानव कम्प्यूटर" के रूप में जाना जाता है, बचपन से ही अद्भुत प्रतिभा की धनी एवं मानसिक परिकलित्र (गणितज्ञ) थीं। उनकी प्रतिभा को देखते हुए उनका नाम 1982 में ‘गिनीज़ बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स’ में भी शामिल किया गया।

सरोजिनी नायडू (13 फरवरी 1879 - 2 मार्च 1949) का जन्म भारत के हैदराबाद नगर में हुआ था। इनके पिता अघोरनाथ चट्टोपाध्याय एक नामी विद्वान तथा माँ कवयित्री थीं और बांग्ला में लिखती थीं। बचपन से ही कुशाग्र-बुद्धि होने के कारण उन्होंने... अधिक पढ़ें

सालुमारदा थिमम्क्का, जिसे आलादा मारदा थिमम्क्का के नाम से भी जाना जाता है, कर्नाटक राज्य का एक भारतीय पर्यावरणविद् है, जो हालीकल और कुदुर के बीच राजमार्ग के चार किलोमीटर के हिस्से के साथ 385 बरगद के पेड़ लगाने और उसके काम के लिए प्रसिद्ध है। उसने लगभग 8000 अन्य पेड़ भी लगाए हैं।

कनकलता बरुआ भारत की स्वतन्त्रता सेनानी थीं जिनको अंग्रेजों ने 1942 के भारत छोड़ो आन्दोलन के समय गोली मार दी। उन्हें बीरबाला भी कहते हैं। वे असम की निवासी थीं। बरुआ का जन्म असम के अविभाजित डारंग जिले के बोरंगाबाड़ी गाँव में कृष्ण कांता और कर्णेश्वरी बरुआ की बेटी के रूप में हुआ था। उनके दादा घाना कांता बरुआ डारंग में एक प्रसिद्ध शिकारी थे।

प्रतिभा पाटिल वर्ष 2007 से 2012 तक भारत के राष्ट्रपति के पद पर रहीं.
प्रतिभा सिंह पाटिल भारत की प्रथम महिला राष्ट्रपति बनी थी.
यह पुरुस्कार मेक्सिको के राजदूत मेल्बा प्रिआ ने पुणे के एमसीसीआईए भवन में आयोजित एक विशेष समा... अधिक पढ़ें

प्रेमा माथुर दुनिया की पहली महिला वाणिज्यिक पायलट हैं (डेक्कन एयरवेज, हैदराबाद) | उन्होंने 1947 में उसकी कमर्शियल पायलट का लाइसेंस प्राप्त किया। 1949 में प्रेमा माथुर ने राष्ट्रीय एयर रेस जीता।

अरूणिमा सिन्हा (जन्म:1988) भारत से राष्ट्रीय स्तर की पूर्व वालीबाल खिलाड़ी तथा एवरेस्ट शिखर पर चढ़ने वाली पहली भारतीय दिव्यांग हैं। अरुणिमा एक कायस्थ परिवार से हैं वह उत्तर प्रदेश के अंबेडकर नगर की निवासी हैं और केंद्रीय अद्योगिक सुरक्षा बल (सी आई एस एफ) में हेड कांस्टेबल के पद पर 2012 से कार्यरत हैं।

बछेंद्री पाल (जन्म 24 मई 1954), माउंट एवरेस्ट पर चढ़ने वाली प्रथम भारतीय महिला है। सन 1984 में इन्होंने माउंट एवरेस्ट फतह किया था। वे एवरेस्ट की ऊंचाई को छूने वाली दुनिया की पाँचवीं महिला पर्वतारोही हैं। वर्तमान में वे इस्पात कंपनी टाटा स्टील में कार्यरत हैं, जहां वह चुने हुए लोगो को रोमांचक अभियानों का प्रशिक्षण देती हैं।

रज़िया अल-दिन(1205-1240) शाही नाम “जलॉलात उद-दिन रज़ियॉ”, इतिहास में जिसे सामान्यतः “रज़िया सुल्तान” या “रज़िया सुल्ताना” के नाम से जाना जाता है, दिल्ली सल्तनत की सुल्तान (तुर्की शासकों द्वारा प्रयुक्त एक उपाधि) थी। उसने 1236 ई0 से ... अधिक पढ़ें

अक्का महादेवी वीरशैव पंथ संबंधी कन्नड़ कविता में प्रसिद्ध हस्ती थीं।अक्का महादेवी का जन्म 12वीं शताब्दी में दक्षिण भारत के कर्णाटक राज्य में 'उदुतदी' नामक स्थान पर हुआ। । इनके वचन कन्नड़ गद्य में भक्ति कविता में ऊंचा योगदान मान... अधिक पढ़ें

साइना नेहवाल का जन्म 17 मार्च 1990 को हैदराबाद, तेलंगाना में हुआ। साइना नेहवाल भारतीय बैडमिंटन खिलाड़ी हैं। पिछले ओलंपिक खेलों की कांस्य पदक विजेता साइना को रियो ओलंपिक में 5वीं वरीयता प्राप्त हुई है। साइना के माता पिता स्ट... अधिक पढ़ें

रानी रुद्रमा देवी (1259–1289) काकतीय वंश की महिला शासक थीं। यह भारत के इतिहास के कुछ महिला शासकों में से एक थीं। रानी रूद्रमा देवी या रुद्रदेव महाराजा, 1263 से उनकी मृत्यु तक दक्कन पठार में काकातिया वंश की एक राजकुमारी थी। वह भारत में सम्राटों के रूप में शासन करने वाली बहुत कम स्त्रियों में से एक थी..

वंदना लूथरा एक भारतीय उद्यमी और वीएलसीसी हेल्थ केयर लिमिटेड की संस्थापक हैं, जो एशिया और जीसीसी और अफ्रीका में एक सौंदर्य और कल्याण समूह का प्रतिनिधित्व करती है। वह सौंदर्य और कल्याण क्षेत्र कौशल परिषद की अध्यक्ष भी हैं, जो एक पहल है जो प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना के तहत प्रशिक्षण प्रदान करती है।

सुषमा स्वराज (14 फरवरी,1952- 06 अगस्त, 2019) एक भारतीय महिला राजनीतिज्ञ और भारत की पूर्व विदेश मंत्री थीं। वे वर्ष 2009 में भारत की भारतीय जनता पार्टी द्वारा संसद में विपक्ष की नेता चुनी गयी थीं, इस नाते वे भारत की पन्द्रहवीं लो... अधिक पढ़ें

नीरजा भनोट ( 7 सितंबर 1963- 5 सितंबर 1986) मुंबई में पैन ऍम एयरलाइन्स ( Pan Am Airlines) की विमान परिचारिका थीं। 5 सितंबर 1986 के मुम्बई से न्यूयॉर्क जा रहे पैन एम फ्लाइट 73 के अपहृत विमान में यात्रियों की सहायता एवं सुरक्षा कर... अधिक पढ़ें

चांद बीबी हुमायूं की पत्नी का भी नाम था। चांद बीबी (1550-1599), जिन्हें चांद खातून या चांद सुल्ताना के नाम से भी जाना जाता है, एक भारतीय मुस्लिम महिला योद्धा थी। उन्होंने बीजापुर (1596-1599) और अहमदनगर (1580-1590) की संरक्षक के रूप में काम किया था। चांद बीबी को सबसे ज्यादा सम्राट अकबर की मुगल सेना से अहमदनगर की रक्षा के लिए जाना जाता है। जो आज भी जनता के लिए इतिहास के तौर पर अदभुत परीचय देता है।

डॉ सीमा राव भारत की पहली महिला कमांडो ट्रेनर हैं, जिन्होंने भारतीय विशेष बलों को बिना कोई मुआवजा लिए 18 वर्षों तक प्रशिक्षित किया। वह क्लोज क्वार्टर बैटल — जोकि निकटता में लड़ाई करने की एक कला है, उसमें अग्रणी है और विभिन्न भारतीय बलों को प्रशिक्षित करने में वे सलंगन हैं। उनके काम में मेजर दीपक राव, ने अपनी भागीदारी निभाई ।

अरुणा आसफ़ अली (बंगाली: অরুণা আসফ আলী) (16 जुलाई 1909 – 29 जुलाई 1996) भारतीय स्वतंत्रता सेनानी थीं। उनका जन्म का नाम अरुणा गांगुली था। उन्हे 1942 में भारत छोडो आंदोलन के दौरान, मुंबई के गोवालीया मैदान में कांग्रेस का झंडा फ्हराने के लिये हमेशा याद किया जाता है।

मेधा पाटकर दिसम्बर 1, 1954 में जन्मीं थी। वे एक भारतीय सामाजिक कार्यकर्ता तथा सामाज सुधारक है। वे भारतीय राजनीतिज्ञ भी है। मेधा पाटकर नर्मदा बचाओ आंदोलन की संस्थापक के नाम से भी जानी जाती है। उनहोने नर्मदा बचाओ आंदोलन की शुरुआत की थी।

शीला ने 12वीं की पढाई के बाद 18 साल की उम्र में घर छोड़ दिया था| इसके बाद वह पुणे में ऑटो चलाने लग गयी थीं| इस दौरान उन्हें काफी विरोध का सामना करना पड़ा, लेकिन वे पीछे नहीं हटी| शीला का नाम पहली महिला ऑटो ड्राइवर के रूप में 1988 से लिम्का बुक ऑफ़ रिकॉर्डस में दर्ज है|

ये कहानी है जिवामे की फाउंडर और सीईओ रिचा कर की। इस वेंचर को शुरू करने में उन्हें बहुत सी मुश्किलों का सामना करना पड़ा। शुरुआत में तो उन्हें अपने घर से ही विरोध झेलना पड़ा। उनकी मां ने बेटी का ये कहकर विरोध किया कि मैं अपनी सहेलियों को कैसे बताउंगी कि मेरी बेटी ब्रा-पैंटी बेचती है। रिचा बताती हैं कि उनके पिता को तो समझ ही नहीं आया कि वो कौन सा काम करना चाहती हैं।

न्यायमूर्ति अन्ना चांडी (4 मई 1905 – 20 जुलाई 1966) भारत की पहली महिला न्यायाधीश थीं। वे 1937 में एक जिला अदालत में भारत में पहली महिला न्यायाधीश बनीं। वे भारत में पहली महिला न्यायाधीश तो थी ही, शायद दुनिया में उच्च न्यायालय के न्यायधीश के पद (1959) तक पहुँचने वाली वे दूसरी महिला थीं।

गीता गोपीनाथ (जन्म 8 दिसंबर, 1971) हार्वर्ड विश्वविद्यालय के अर्थशास्त्र विभाग में प्राध्यापक और केरल के मुख्यमंत्री के वित्तीय सलाहकार हैं। उन्होंने सभी मुद्राओं के मूल्य निर्धारण और यूरोप में संप्रभु ऋण चूक पर काम किया है। फ़ि... अधिक पढ़ें

जहाँआरा बेगम (2 अप्रैल 1614 – 16 सितम्बर 1681) सम्राट शाहजहां और महारानी मुमताज महल की सबसे बड़ी बेटी थी। वह अपने पिता के उत्तराधिकारी और छठे मुगल सम्राट औरंगज़ेब की बड़ी बहन भी थी। उन्होंने चांदनी चौक की रूपरेखा बनाई! 1631 में म... अधिक पढ़ें

रानी चेनम्मा (1778 - 1829) भारत के कर्नाटक के कित्तूर राज्य की रानी थीं। सन् 1824 में (सन् 1857 के भारत के स्वतंत्रता के प्रथम संग्राम से भी 33 वर्ष पूर्व) उन्होने हड़प नीति (डॉक्ट्रिन ऑफ लेप्स) के विरुद्ध अंग्रेजों से सशस्त... अधिक पढ़ें

सरला ठकराल (1919-15 मार्च 2008), एक विमान उड़ने वाली पहली भारतीय महिला थी। 1914 में जन्मी, सरला ठकराल ने 1936, 21 वर्ष की आयु में एक विमानन लाइसेंस अर्जित करके एक जिप्सी मोठ को अकेले उड़ाया। उनकी एक 4 साल की बेटी भी थी। प्रारंभिक ... अधिक पढ़ें

इरोम चानू शर्मिला(जन्म:14 मार्च 1972) मणिपुर की मानवाधिकार कार्यकर्ता हैं, जो पूर्वोत्तर राज्यों में लागू सशस्त्र बल विशेष शक्तियां अधिनियम, 1958 को हटाने के लिए लगभग 16 वर्षों तक (4 नवम्बर 2000 से 9 अगस्त 2016 ) भूख हड़ताल पर रहीं।
कमलादेवी चट्टोपाध्याय (3 अप्रैल 1903 – 29 अक्टूबर 1988) भारतीय समाजसुधारक, स्वतंत्रता सेनानी, तथा भारतीय हस्तकला के क्षेत्र में नवजागरण लाने वाली गांधीवादी महिला थीं। उन्हें सबसे अधिक भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन में ... अधिक पढ़ें

इंदु मल्होत्रा एक भारतीय न्यायाधीश तथा वर्तमान भारत का उच्चतम न्यायालय की न्यायाधीश हैं। 27 अप्रैल, 2018 को वे उच्चतम न्यायालय के न्यायाधीश के पद की शपथ ग्रहण की। वे देश की पहली ऐसी महिला अधिवक्ता हैं जो अधिवक्ता से सीधे उच्चतम न्यायालय की न्यायाधीश बनीं।

सुनीता कृष्णन (जन्म-1972), एक भारतीय सामाजिक कार्यकर्ता, मुख्य कार्यवाहक व प्रज्वला के सह संस्थापक है। यह एक गैर सरकारी संघठन है जों यौन उत्पीड़न वाले पीड़ितों को समाज में बचाते है, पुनर्वास कराते व पुनर्गठन करते हैं। कृष्णन... अधिक पढ़ें

शोभना या शोभना चंद्रकुमार पिल्लई एक भारतीय फिल्म अभिनेत्री और भरतनाट्यम नर्तकी हैं। यह हिन्दी, मलयालम, तमिल, कन्नड़, और अंग्रेजी भाषा के 200 से अधिक फिल्में कर चुकीं हैं। उन्होंने दो राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार, एक केरल राज्य फिल्म पुरस्कार, 2011 में कलीममणि और कई अन्य पुरस्कार जीते हैं।

ऊदा देवी, एक भारतीय स्वतन्त्रता सेनानी थीं जिन्होने 1857 के प्रथम भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के दौरान भारतीय सिपाहियों की ओर से युद्ध में भाग लिया था। ये अवध के छठे नवाब वाजिद अली शाह के महिला दस्ते की सदस्य थीं। इस विद्रोह के समय हुई ... अधिक पढ़ें

न्यायमूर्ति फातिमा बीबी (जन्म: 30 अप्रैल 1927) सर्वोच्च न्यायालय की पूर्व न्यायाधीश हैं। वे वर्ष 1989 में इस पद पर नियुक्त होने वाली पहली भारतीय महिला हैं। उन्हें 3 अक्टूबर 1993 को राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग (भारत) की सदस्य बनाया ग... अधिक पढ़ें

आरती साहा (24 सितंबर 1940-23 अगस्त 1994) भारत तथा एशिया की पहली महिला इंग्लिश चैनल पार करने वाली प्रसिद्ध तैराक थीं। भारतीय पुरुष तैराक मिहिर सेन से प्रेरित होकर उन्होंने इंग्लिश चैनल पार करने की कोशिश की और 29 सितम्बर 1959 को वे एशिया से ऐसा करने वाली प्रथम महिला तैराक बन गईं। उन्होंने 42 मील की यह दूरी 16 घंटे 20 मिनट में तैय की।
रीता फारिया पॉवेल (1945) मिस वर्ल्ड का खिताब जीतने वाली पहली भारतीय और एशियाई मूल की महिला हैं। वे पहली भारतीय मिस वर्ल्ड हैं, जिन्होने चिकित्सा शास्त्र में विशेषज्ञता हासिल की। मुंबई में 1945 में जन्मी रीता पहली भारतीय और एशियाई मूल की... अधिक पढ़ें

मातंगिनी हाजरा (19 अक्टूबर 1870 ) भारत की क्रान्तिकारी थीं। उन्हें 'गाँधी बुढ़ी' के नाम से जाना जाता था।मातंगिनी हाजरा का जन्म पूर्वी बंगाल (वर्तमान बांग्लादेश) मिदनापुर जिले के होगला ग्राम में एक अत्यन्त निर्धन परिवार में हुआ था... अधिक पढ़ें

लक्ष्मी सहगल (जन्म: 24 अक्टूबर 1914 - मृत्यु: 23 जुलाई 2012) डॉक्टर लक्ष्मी सहगल का जन्म 1914 में एक परंपरावादी तमिल परिवार में हुआ और उन्होंने मद्रास मेडिकल कॉलेज से मेडिकल की शिक्षा ली, फिर वे सिंगापुर चली गईं। दूसरे विश्व युद्ध के दौरान जब जापानी सेना ने सिंगापुर में ब्रिटिश सेना पर हमला किया तो लक्ष्मी सहगल सुभाष चंद्र बोस की आज़ाद हिंद फ़ौज में शामिल हो गईं थीं।

अरुणा राय भारत की एक राजनैतिक एवं सामाजिक कार्यकर्ता हैं। उन्होने सन् 1968 से 1975 तक भारतीय प्रशासनिक सेवा में कार्य किया। उनके योगदान के लिये उन्हें मैगससे पुरस्कार एवं मेवाड़ सेवाश्री आदि पुरस्कारों से सम्मानित किया जा चुका है। वे र... अधिक पढ़ें

फाल्गुनी नायर, सौंदर्य और वेलनेस उत्पादों की बिक्री करने वाली रिटेल स्टोर न्याका की संस्थापक और सीईओ हैं। इसमें लक्मे, लोरियल जैसे 1200 से अधिक विशाल ब्रांड के उत्पाद हैं और भारत भर के कई राज्यों में इसकी उपस्थिति है।

सुचेता कृपलानी (मूल नाम: सुचेता मजूमदार) (25 जून,1908 - 1 दिसम्बर, 1974) एक भारतीय स्वतंत्रता सेनानी एवं राजनीतिज्ञ थीं। ये उत्तर प्रदेश की मुख्य मंत्री बनीं और भारत की प्रथम महिला मुख्यमंत्री थीं। वे प्रसिद्ध गांधीवादी नेता... अधिक पढ़ें

किरण मजूमदार-शॉ (जन्म 23 मार्च 1953) एक भारतीय अरबपति उद्यमी हैं। वह बायोकॉन लिमिटेड की कार्यकारी चेयरपर्सन और संस्थापक और बायोकॉन बायोलॉजिक्स लिमिटेड, भारत में स्थित एक जैव प्रौद्योगिकी कंपनी है, और भारतीय प्रबंधन संस्थान, ब... अधिक पढ़ें

इंदिरा कृष्णमूर्ति नुई (जन्म: 28 अक्टूबर 1955) वर्तमान में पेप्सिको कंपनी की मुख्य कार्यकारी अधिकारिणी हैं। दुनिया की प्रभावशाली महिलाओं में उनका नाम शुमार है। वे येल निगम के उत्तराधिकारी सदस्य हैं। साथ ही वे न्यूयॉर्क फेडरल रिजर्व ... अधिक पढ़ें

वाणी कोला एक भारतीय उद्यम पूंजीपति है। वह कलारी कैपिटल के संस्थापक और प्रबंध निदेशक हैं, जो एक भारतीय प्रारंभिक चरण उद्यम पूंजी फर्म है। उन्हें 2014 में फॉर्च्यून इंडिया द्वारा भारतीय व्यापार में सबसे शक्तिशाली महिलाओं में से एक ... अधिक पढ़ें
मयिलम्मा एक भारतीय सामाजिक कार्यकर्ता थीं, जिनकी प्रसिद्धि का दावा केरल के पलक्कड़ के प्लाचीमाडा में कोका-कोला कंपनी के खिलाफ अभियान था। वह एक देशी जनजातीय समुदाय के थे। वह आउटलुक पत्रिका द्वारा स्पीक आउट पुरस्कार और श्री शक्ति पुरस्कार के प्राप्तकर्ता थे। वह भी 'Plachimada हीरोइन' के रूप में जाना जाता है।

जॉयमोती कोनवारी , ताई-अहोम राजकुमार गदापानी (बाद में सुप्रथा ) की पत्नी थीं । वह अंत तक अत्याचार की अपनी वीरता के कारण सम्मानीय मोहिओकी को प्राप्त किया गया था, अपने निर्वासित पति राजकुमार गाधी के ठिकाने का खुलासा किए बिना, सुलिकफ... अधिक पढ़ें

प्रभावतीगुप्त गुप्त सम्राट चन्द्रगुप्त द्वितीय की पुत्री थी। उसका विवाह वाकाटक नरेश रुद्रसेन द्वितीय के साथ 380 ई॰ के आसपास हुआ था। रुद्रसेन द्वितीय शैव मतानुयायी था जबकि प्रभावती वैष्णव मत को मानने वाली थी। विवाह के बाद रुद... अधिक पढ़ें
प्रिया झिंगन उन 25 महिला अधिकारियों के पहले बैच से एक हैं, जिन्हें 1993 में भारतीय सेना में कमीशन मिला था। झिंगन चेन्नई में अधिकारी प्रशिक्षण अकादमी में कैडेट नंबर 001 थी। एक पुलिस अधिकारी की बेटी होने के कारण झिंगन प्रारम्भ मे... अधिक पढ़ें
हरिता कौर देओल (1972 से 25 दिसम्बर 1996) एक महिला पायलट थी जो कि भारतीय वायु सेना में कार्यरत थीं। ,साथ ही ये भारत की पहली महिला पायलट थीं। इनका जन्म पंजाब के चंडीगढ़ में एक सिक्ख परिवार में हुआ था। एक सिख परिवार में चंडीगढ़ स... अधिक पढ़ें
दुर्बा बेनर्जी इंडियन एयरलाइंस की पहली महिला (1956 में) पायलट और भारत की पहली व्यापारिक (कामरशियल) पायलट रही हैं। एक बालिका के रूप में बेनर्जी जहाज़ों और उड़ने में रुचि रखती थी और भविष्य में स्वयं जहाज़ चलाना चाहती थी। वह अपने समय की पहली महिला थी जिसने आम परम्परा के विपरीत इस क्षेत्र में प्रवेश किया।
ओंके ओबव्वा, (18 वीं शताब्दी) एक महिला थी, जिसने हैदर अली की सेना से, अकेले मूसल (ओंके) के साथ भारत के कर्नाटक राज्य के चित्रदुर्ग में लड़ाई लड़ी थी। उनका पति चित्रदुर्ग के चट्टानी किले में एक प्रहरी था। कर्नाटक राज्य में, अब्बक्का रानी, केलदी चेन्नम्मा और कित्तूर चेन्नम्मा के साथ- साथ ओबव्वा भी महिला योद्धाओं और देशभक्तों के रूप में जानी जाती है।

दुर्गा भाभी भारत के स्वतंत्रता संग्राम में क्रान्तिकारियों की प्रमुख सहयोगी थीं। 18 दिसम्बर 1928 को भगत सिंह ने इन्ही दुर्गा भाभी के साथ वेश बदल कर कलकत्ता-मेल से यात्रा की थी। दुर्गाभाभी क्रांतिकारी भगवती चरण बोहरा की धर्मपत... अधिक पढ़ें