ढीले स्तनों को प्रभावी ढंग से कसकर सुडौल बनाने वाले प्रभावशाली योगासनों की सूची। इन प्रबल आसनों के साथ अपने स्तनों की स्थायित्व को प्राकृतिक और सुंदर ढंग से बढ़ाएं। योग के परिवर्तनकारी लाभों को ग्रहण करें और अपने शरीर में आत्मविश्वास को पुनः प्राप्त करें। झुकाव को अलविदा कहें और एक और ऊँचाई प्राप्त करने के लिए नमस्ते कहें!

इस आसन में शरीर की आकृति फन उठाए हुए भुजंग अर्थात सर्प जैसी बनती है इसीलिए इसको भुजंगासन या सर्पासन कहा जाता है।

चतुरंगा दंडासन या फोर-लिम्बर्ड स्टाफ पोज़, जिसे लो प्लैंक के रूप में भी जाना जाता है, व्यायाम के रूप में आधुनिक योग में एक आसन है और सूर्य नमस्कार के कुछ रूपों में, जिसमें जमीन के समानांतर एक सीधा शरीर पैर की उंगलियों और हथेलियों द्वारा समर्थित है, कोहनी के साथ। शरीर के साथ समकोण पर।

इसमें शरीर की आकृति सामान्य तौर पर खिंचे हुए धनुष के समान हो जाती है, इसीलिए इसको धनुरासन कहते हैं।

अपने दाएं एड़ी के केंद्र बिंदु को बाएं पैर के आर्थिक केंद्र की सीध में रखें|ध्यान रहे कि आपका पैर जमीन को दवा रहा हो शरीर को दोनों पैरों पर एक समान रूप से पढ़ रहा हो गहरी सांस लें और धीरे-धीरे छोड़ जाए

पीठ के बल लेटकर घुटनों को मोड़ीए। एड़ीयां नितम्बों के समीप लगी हुई हों। दोनों हाथों को उल्टा करके कंधों के पीछे थोड़े अन्तर पर रखें इससे सन्तुलन बना रह्ता है। श्वास अन्तर भरकर कटिप्रदेश एवं छाती को ऊपर उठाइये। धीरे-धीरे हाथ एवं पैरों को समीप लाने का प्रयत्न करें, जिससे शरीर की चक्र जैसी आकृति बन जाए।

Ustrasana, Ushtrasana, या Camel Pose व्यायाम के रूप में आधुनिक योग में घुटनों के बल झुकने वाला आसन है।

योग विज्ञान में वीरभद्रासन को योद्धाओं का आसन कहा जाता है। इस आसन को पावर योग (Power Yoga) का आधार माना जाता है। वीरभद्रासन को बिगिनर लेवल या आसान आसन माना जाता है।

सीधे खड़े होकर दायें पैर को उठा कर बायें जंघा पर इस प्रकार रखें की पैर का पंजा नीचे की ओर तथा एड़ी जंघाके मूल में लगी हुई हो। दोनों हाथों को नमस्कार की स्थिति मे सामने रखिए। इस स्थिति में यथाशक्ति बने रहने के पश्चात इसी प्रकार दूसरे पैर से अभ्यास करें।