
अभिजित
अभिजित भारतीय ज्योतिष में वर्णित एक नक्षत्र है। वर्तमान खगोलशास्त्र में वेगा नामक तारे को अभिजित की संज्ञा दी जाती है।
तैत्तिरीय संहिता और अथर्ववेद में 28 नक्षत्रों का ज़िक्र है जिनमें अभिजित भी एक है। भचक्र में इसे सबसे अधोवर्ती नक्षत्र माना गया है।27 नक्षत्रों के वर्गीकरण में इसे उत्तराषाढ़ और श्रवण नक्षत्रों के बीच प्रक्षेपित किया जाता है। मुहूर्त के रूप में इसे दोपहर बारह बजे, दो घडी के लिए प्रतिदिन, माना जाता है। श्री राम का जन्म इसी मुहूर्त में हुआ माना जाता है।
अभिजित को निम्न सूचियों मे शामिल किया गया है :
सभी 28 नक्षत्रों की सूची | सभी नक्षत्र |

नक्षत्र भारत की वैदिक संस्कृति का एक महत्वपूर्ण हिस्सा हैं। ज्योतिष की वैदिक प्रणाली (राशि) को 28 नक्षत्रों या चंद्र नक्षत्रों में विभाजित किया गया है। ज्योतिषीय अध्ययन में इन नक्षत्रों का उपयोग अति महत्वपूर्ण है। ये नक्षत्र अपने ग्रहों की विशिष्टता को परिभाषित करते हैं और ऐसा माना जाता है कि इन नक्षत्रों का […]