लंबे समय से चल रहा गुर्दे का रोग जिसके कारण गुर्दे काम करना बंद कर सकते हैं.गुर्दे खून से बेकार और नुकसान पहुंचाने वाले पदार्थों और अतिरिक्त तरल को छानते हैं| गुर्दों के काम बंद करने पर यह खराब पदार्थ शरीर में जमा होने लगते हैं.लक्षण धीरे-धीरे बढ़ते हैं और वे अन्य रोगों के लक्षण भी हो सकते हैं. कुछ लोगों में कोई लक्षण नहीं होता और प्रयोगशाला में जाँच कराने पर उनमें रोग होने का पता लगता है.दवाओं से लक्षणों को रोका जा सकता है. रोग बढ़ जाने पर खून को मशीन से छानना पड़ता है (डायलिसिस) या फिर गुर्दा प्रत्यारोपण की ज़रूरत हो सकती है|
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