हिंदुजा ब्रदर्स

हिंदुजा समूह के मालिक श्रीचंद हिंदुजा और उनके भाई गोपीचंद हिंदुजा हैं, जिन्हें संक्षेप में हिंदुजा भाइयों के रूप में जाना जाता है. इसकी स्थापना परमानंद दीपचंद हिंदुजा ने 1914 में की थी, जिसकी शुरुआत मुंबई, भारत में हुई; और 1919 में इसका पहला अंतर्राष्ट्रीय परिचालन ईरान में शुरू किया गया | इस समूह का मुख्यालय ईरान ले जाया गया, जहां यह 1979 तक रहा; इस्लामी क्रांति के कारण इसे यूरोप ले जाने पर बाध्य होना पड़ा | अपने पिता के निर्यात व्यापार को विकसित करने के लिए श्रीचंद हिंदुजा और उनके भाई गोपीचंद हिंदुजा लंदन चले गये.

हिंदुजा समूह ने 1987 में भारत के दूसरे सबसे बड़े एचसीवी (HCV) निर्माता अशोक लेलैंड को खरीद लिया | भारत में समूह का यह पहला सशक्त प्रयास था |

कंपनी का बड़ा निर्यात बाजार है; इसके अलावा श्रीलंका में 65 फीसदी से अधिक का बाजार शेयर भी है (16 टन प्लस श्रेणी में) और साथ ही दुबई के बस अनुभाग में भी इतना ही बाजार शेयर है. 2003-2005 के दौरान संयुक्त राष्ट्र संघ के तेल और खाद्य कार्यक्रम के तहत कंपनी को ईरान के लिए 3322 ट्रकों के ऑर्डर प्राप्त हुए, जो कि भारतीय वाणिज्यिक वाहन उद्योग में सबसे बड़ा ऑर्डर था |

हिंदुजा ब्रदर्स के बारे मे अधिक पढ़ें

हिंदुजा ब्रदर्स को निम्न सूचियों मे शामिल किया गया है :