दीर्घतमस

दीर्घतमस एक प्राचीन ऋषि थे। ऋग्वेद में अपने दार्शनिक छंदों के लिए विख्यात प्राचीन ऋषि थे। उनकी ऋग्वेद की जिनकी दार्शनिक ऋचाएँ प्रसिद्ध हैं। वे ऋग्वेद के प्रथम मण्डल के 140 से लेकर 164 तक के सूक्तों के रचयिता हैं।

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